युवा वैज्ञानिकों के लिए यूके का प्रतिष्ठित 'ब्लावाटनिक पुरस्कार' जीतने वालों में तीन भारतीय

युवा वैज्ञानिकों के लिए यूके का प्रतिष्ठित 'ब्लावाटनिक पुरस्कार' जीतने वालों में तीन भारतीय

लंदन, 24 जनवरी (आईएएनएस)। रसायन, भौतिक और जीवन विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी काम के लिए ब्रिटेन में युवा वैज्ञानिकों का ब्लावाटनिक पुरस्कार पाने वाले 9 वैज्ञानिकों में तीन भारतीय हैं।

पुरस्कार पाने वालों में प्रोफेसर राहुल आर. नायर, मेहुल मलिक, डॉ. तन्मय भरत शामिल है। इन्‍हें 27 फरवरी को लंदन के बैंक्वेट हाउस में एक समारोह में सम्मानित किया जाएगा। उन्हें पुरस्कार के रूप में कुल 480,000 पाउंड का अनुदान दिया जाएगा।

एक्सेस इंडस्ट्रीज के संस्थापक और अध्यक्ष और ब्लावाटनिक फैमिली फाउंडेशन के प्रमुख सर लियोनार्ड ब्लावाटनिक ने कहा, ”वैज्ञानिकों के करियर की शुरुआत में मान्यता और फंडिंग प्रदान करने से प्रयोगशाला में रह जाने वाली खोज और परिवर्तनकारी वैज्ञानिक सफलताएं हासिल करने वाली खोज के बीच अंतर हो सकता है।”

“हमें गर्व है कि पुरस्कारों ने यूके के विज्ञान और कई प्रतिभाशाली युवा वैज्ञानिकों के करियर को बढ़ावा दिया है और हम आने वाले वर्षों में उनकी और खोजों की आशा करते हैं।”

मैनचेस्टर विश्वविद्यालय में मैटेरियल फिजिक्स के प्रोफेसर नायर को दो-आयामी (2 डी) सामग्रियों के आधार पर एनर्जी-एफिशिएंट सेपरेशन और फिल्ट्रेशन टेक्नोलॉजी को विकसित करने के लिए पुरस्कार विजेता नामित किया गया था। उन्हें अपने शोध के लिए अप्रतिबंधित धनराशि में 100,000 पाउंड पुरस्कार में मिलेंगे।

फिजिक्स के प्रोफेसर मेहुल मलिक क्रांतिकारी तकनीकों के माध्यम से हेरियट-वाट विश्वविद्यालय में क्वांटम संचार को आगे बढ़ा रहे हैं। उनके नवाचार सामान्य रूप से नाजुक उलझाव को लंबी दूरी और कठोर परिस्थितियों में जीवित रहने में सक्षम बनाते हैं।

स्ट्रक्चरल माइक्रोबायोलॉजिस्ट और एमआरसी लेबोरेटरी ऑफ मॉलिक्यूलर बायोलॉजी में स्ट्रक्चरल स्टडीज डिवीजन में प्रोग्राम लीडर भारतीय वैज्ञानिक डॉ. तन्मय भरत ने सूक्ष्मजीवों पर कोशिका सतह अणुओं की परमाणु-स्तर की तस्वीरें बनाने के लिए अत्याधुनिक क्रायो-ईटी तकनीक विकसित और लागू की है।

भरत और मलिक दोनों को अपने शोध के लिए 30,000 पाउंड का अनुदान मिलेगा।

2024 पुरस्कारों के लिए 40 शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों से 84 नामांकन प्राप्त हुए और इस वर्ष के विजेताओं का चयन यूके भर के विशेषज्ञ वैज्ञानिकों की एक स्वतंत्र जूरी द्वारा किया गया।

अब अपने सातवें वर्ष में, ब्लावाटनिक फैमिली फाउंडेशन और द न्यूयॉर्क एकेडमी ऑफ साइंसेज द्वारा स्थापित पुरस्कारों ने अपनी स्थापना के बाद से यूके के शिक्षा जगत के वैज्ञानिकों को 3.3 मिलियन पाउंड का दान दिया है।

लंदन में पुरस्कार समारोह के एक दिन बाद, सम्मानित व्यक्ति लंदन में आरएसए हाउस में एक मुफ्त सार्वजनिक संगोष्ठी में लघु, इंटरैक्टिव व्याख्यानों की एक श्रृंखला के साथ अपना शोध प्रस्तुत करेंगे।

–आईएएनएस

एमकेएस/एसकेपी

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