बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात ‘रेमल’ से भारत के बंगाल और बांग्लादेश में जान-माल को काफी नुकसान पहुंचा है। चक्रवात की चपेट में आकर जहां बंगाल में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, बांग्लादेश में भी सात लोगों की मौत की खबर है। हालांकि, बंगाल में प्रशासन की ओर से चार की मौत की बात कही गई है, जबकि दर्जनों घायल हुए हैं।
दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप, बकखाली, फ्रेजरगंज, सागरद्वीप और सुंदरवन इलाकों में हजारों कच्चे घर ढह गए हैं। दो लाख लोग राहत शिविरों में हैं। राज्य सरकार की ओर से विभिन्न जिलों में 1,400 से भी अधिक राहत शिविर खोले गए हैं। कुछ जगहों पर नदी तटबंध टूटने से खेतों में पानी घुस गया है, जिससे फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। बिजली के खंभे गिरने से बिजली आपूर्ति भी ठप है।
इस बीच, मौसम विभाग ने रेमल के कारण असम और मेघालय के कई हिस्सों में भारी बारिश की आशंका जताई है। मालूम हो कि चक्रवात रविवार रात करीब 8:30 बजे बंगाल और बांग्लादेश के तटीय क्षेत्रों से टकराया था। उसके प्रभाव से सोमवार को कोलकाता, हावड़ा, हुगली, उत्तर व दक्षिण 24 परगना, पूर्व व पश्चिम बर्द्धमान, मुर्शिदाबाद, पुरुलिया, बांकुड़ा, झाड़ग्राम, नदिया, पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर जिलों में भारी बारिश हुई, जिसका सामान्य जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा है। कोलकाता समेत विभिन्न जगहों पर अधिकांश दुकान-बाजार बंद रहे। फेरी सेवा भी बंद कर दी गई।
चक्रवात रेमल के कारण गुवाहाटी-कोलकाता की 14 उड़ानें रद
चक्रवात रेमल के कारण सोमवार को गुवाहाटी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से कोलकाता जाने वाली 14 उड़ानें रद कर दी गई हैं। एक अधिकारी ने कहा कि रद की गई उड़ानों में इंडिगो की चार, एलायंस एयर की चार और एअर इंडिया की एक उड़ान शामिल है। चक्रवात के गुजरने के बाद सोमवार सुबह कोलकाता एयरपोर्ट पर विमानों का परिचालन दोबारा शुरू किया गया।
हालांकि, तेज हवाओं के कारण विमानों के उड़ान भरने व रनवे पर उतरने में काफी परेशानी हुई। लैंडिंग करने में विफल रहने पर कुछ विमानों को गया, गुवाहाटी, भुवनेश्वर व वाराणसी भेज दिया गया है। विमान सेवाओं को रविवार दोपहर 12 बजे बंद किया गया था। ट्रेन सेवाएं भी बहाल की गईं, हालांकि बारिश के कारण उनका मूवमेंट धीमा रहा।
चक्रवात रेमल से बांग्लादेश में भारी नुकसान
बांग्लादेश में चक्रवात ‘रेमल’ के कारण सात लोगों की मौत हो गई है। जबकि लाखों लोग बिना बिजली के रहने को मजबूर हैं। 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग के अनुसार, तटीय इलाकों में पांच से छह फीट तक ऊंची लहरें उठीं, जिससे सैकड़ों गांव जलमग्न हो गए हैं। तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है। बीएसएस न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, तूफान के कारण देश के तीन बंदरगाहों और चटोग्राम में हवाईअड्डे को बंद कर दिया गया है।