आतंकियों का कोई मजहब नहीं, आतंकवाद के खिलाफ सतत कार्रवाई हो : इंद्रेश कुमार

सोनभद्र, 24 मई (आईएएनएस)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल सदस्य और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने शनिवार को कहा कि आतंकियों का कोई मजहब नहीं होता और देश में अब यह संकल्प बनना चाहिए कि आतंकवाद और उसके समर्थकों के खिलाफ बिना किसी भेदभाव के कठोर कार्रवाई हो।
उन्होंने कहा कि आतंकियों के मरने के बाद न तो नमाज होगी, न ही जनाजे में कोई भागीदारी और न ही उन्हें मिट्टी देने की जगह मिलेगी। सोनभद्र दौरे पर आए इंद्रेश कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता और जो लोग इस्लाम और मुस्लिम समाज के नाम पर आतंक की गतिविधियों में शामिल पाए जाते हैं, वे देश और समाज दोनों के लिए कलंक हैं।
उन्होंने वाराणसी (काशी) में हाल ही में हुए आतंकवाद से जुड़े घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि संबंधित एजेंसियों ने समय रहते हुए जो कार्रवाई की है, वह सराहनीय है। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग पकड़े गए हैं, उनसे पूछताछ में उनके नेटवर्क का खुलासा होगा और उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सिंधु जल समझौते पर पाकिस्तान की हालिया धमकी का जिक्र करते हुए इंद्रेश कुमार ने दो टूक जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भारत की सेना पहले भी तैयार थी, आज भी तैयार है और भविष्य में भी तैयार रहेगी। पाकिस्तान को अंजाम भुगतने के लिए भी तैयार रहना चाहिए।
उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र सरकार द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के नौ डिफेंस कैंप, चार आतंकी ठिकानों को नष्ट कर करीब 100 आतंकवादियों को मार गिराया गया। भारतीय सेना ने उन स्थलों को निशाना बनाया, जहां आतंकी और पाकिस्तान के सैन्य कर्मी आतंकी गतिविधियों को समर्थन देते थे। इन ठिकानों पर कार्रवाई से आम नागरिकों को कोई क्षति नहीं हुई।
इंद्रेश कुमार ने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान की जनता अब भारत की कार्रवाई और नीति को समझने लगी है और उसका झुकाव भारत की ओर है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लोगों में भी अब जागरूकता बढ़ रही है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भारत अब साफ संदेश दे चुका है कि पीओके खाली करो, आतंकवाद को समर्थन देना बंद करो। भारत की भूमि पर आतंक का कोई बीज नहीं पनपने दिया जाएगा।
इंद्रेश कुमार ने यह भी बताया कि भारतीय सेना ने हाल में तुर्की द्वारा पाकिस्तान को दिए गए एक ड्रोन को आतिशबाजी की तरह नष्ट कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत की सेना की रणनीति स्पष्ट है, यदि आतंकवाद को समर्थन मिलेगा, तो जवाब भी उसी स्तर पर दिया जाएगा। आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस इंद्रेश कुमार ने कहा कि “भारत अब उस दौर में पहुंच चुका है, जहां आतंकवाद और उसके समर्थकों को बख्शा नहीं जाएगा। मुस्लिम समाज को भी इस लड़ाई में आगे आकर देश का नेतृत्व करना चाहिए और आतंक के खिलाफ संकल्प लेना चाहिए।”
–आईएएनएस
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