हैदराबाद के पास प्रस्तावित फ्यूचर सिटी निवेश का होगा गंतव्य : रेवंत रेड्डी


हैदराबाद, 30 मार्च (आईएएनएस)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने रविवार को कहा कि राजधानी हैदराबाद के पास प्रस्तावित फ्यूचर सिटी देश में निवेश के लिए एक गंतव्य के रूप में उभरेगी।

हैदराबाद में रविन्द्र भारती में तेलुगु नववर्ष उगादी के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए सीएम रेवंत रेड्डी ने यह भी कहा कि फ्यूचर सिटी के विकास से लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा।

देश के विकास को गति देने के लिए नए शहरों के विकास की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि भविष्य के शहर की योजना तेलंगाना के विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बनाई गई है। उन्होंने कहा, “यह केवल एक शहर नहीं होगा, जहां लोग रहेंगे, बल्कि यह एक निवेश गंतव्य होगा।”

उन्होंने दावा किया कि ‘तेलंगाना राइजिंग’ चमत्कार कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार तेलंगाना को पूरे देश के लिए एक आदर्श राज्य बनाने के उद्देश्य से काम कर रही है।

रेवंत रेड्डी ने उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क द्वारा पेश किए गए राज्य के वार्षिक बजट 2025-26 की तुलना ‘उगादी पचादि’ से की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राजस्व बढ़ाने और उसे गरीबों में बांटने के लक्ष्य के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बजट में कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है।

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने यह भी कहा कि राज्य में निवेश आकर्षित करने के लिए बेहतर कानून व्यवस्था बहुत जरूरी है। उन्होंने मुसी नदी पुनरुद्धार परियोजना शुरू करने का संकल्प दोहराया।

मूसी नदी परियोजना की विपक्ष द्वारा की जा रही आलोचना का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जब विकास होगा, तो कुछ बाधाएं आएंगी। उन्होंने कहा कि किसी भी नीति को 100 प्रतिशत समर्थन नहीं मिलेगा।

उगादि के अवसर पर तेलंगाना के लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए रेवंत रेड्डी ने कामना की कि राज्य में कल्याण और विकास दोनों में वृद्धि हो और लोगों को रोजगार के प्रचुर अवसर भी मिलें।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गरीबों को अच्छी गुणवत्ता वाला चावल उपलब्ध कराने के लिए एक योजना शुरू कर रही है। उन्होंने याद दिलाया कि कांग्रेस सरकार ने ही देश में गरीबों की भूख मिटाने के लिए खाद्य सुरक्षा अधिनियम बनाया था।

उन्होंने बताया कि तेलंगाना देश में धान उत्पादन में पहले स्थान पर है। उन्होंने कहा कि पिछले साल राज्य ने 1.56 लाख टन धान का उत्पादन किया था। अविभाजित आंध्र प्रदेश में भी इस स्तर का उत्पादन नहीं हुआ था।

सरकार अच्छी किस्म का धान उगाने वाले किसानों को बोनस भी दे रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में 60-65 प्रतिशत किसान अच्छी किस्म का चावल उगा रहे हैं।

कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री विक्रमार्क, राज्य के मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

–आईएएनएस

एकेएस/एकेजे


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