वो इकलौती टीम, जिसने 'लॉर्ड्स' टेस्ट की एक ही पारी में बनाए 700 से ज्यादा रन

नई दिल्ली, 9 जुलाई (आईएएनएस)। भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला खेला जाना है। जो भी टीम इस मुकाबले को जीतेगी, वह सीरीज में 2-1 से बढ़त बना लेगी।
भारत-इंग्लैंड के बीच पांच मुकाबलों की इस टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों में जमकर रन बरसे हैं। फैंस को उम्मीद है कि लॉर्ड्स में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिलेगा।
लॉर्ड्स में अब तक छह बार पारी में 600 से ज्यादा रन बन चुके हैं, लेकिन क्या आप उस इकलौते देश के बारे में जानते हैं, जिसने इस मैदान पर 700 से भी ज्यादा रन एक ही पारी में जड़ दिए थे?
जी हां! यहां हम ऑस्ट्रेलियाई टीम की बात कर रहे हैं, जिसने साल 1930 में लॉर्ड्स के इस ऐतिहासिक मैदान पर रनों का अंबार लगा दिया था। यह मैच 27 जून से 1 जुलाई के बीच खेला गया था।
मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरी इंग्लैंड ने पहली पारी में 425 रन बनाए, जिसमें दलीप सिंह का अहम योगदान रहा, जिन्होंने इस पारी में सर्वाधिक 173 रन जड़े।
इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी 729/6 के स्कोर पर घोषित की। इस दौरान कुल 232 ओवर खेले गए। ऑस्ट्रेलिया की इस पारी में कप्तान बिल वुडफुल ने 155, जबकि डॉन ब्रैडमैन ने 254 रनों का योगदान टीम के खाते में दिया। इन दोनों बल्लेबाजों ने अन्य खिलाड़ियों के साथ शानदार साझेदारियां भी कीं, जिसने टीम को विशाल स्कोर तक पहुंचा दिया।
इंग्लैंड की टीम साफतौर पर दबाव में नजर आ रही थी। मेजबान टीम अगली पारी में 375 रन से ज्यादा नहीं बना सकी। ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 72 रन का लक्ष्य मिला, जिसे मेहमान टीम ने 28.2 ओवरों में हासिल कर लिया। इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ने इस ऐतिहासिक मैच में सात विकेट से बड़ी जीत दर्ज की।
लॉर्ड्स के इस मैदान पर भारत का सर्वोच्च स्कोर 454 रन रहा है, जो उसने साल 1990 में बनाया था, लेकिन इस मुकाबले में टीम इंडिया को 247 रन से हार का सामना करना पड़ा।
–आईएएनएस
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