पुरी में रथयात्रा के दौरान हुई घटना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण : पृथ्वीराज हरिचंदन


पुरी, 29 जून (आईएएनएस)। पुरी में रविवार को ऐतिहासिक रथ यात्रा के दौरान श्री गुंडिचा मंदिर के पास मची भगदड़ में तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। इस हृदयविदारक घटना को लेकर पूरे राज्य में शोक की लहर है। हादसा सुबह करीब 4:30 बजे हुआ, जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु रथ खींचने के लिए एकत्र हुए थे। ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने घटना पर दुख जताते हुए इसे दुखद और बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया।

उन्होंने कहा कि यह सचमुच दुर्भाग्य की बात है। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जांच शुरू कर दी गई है। रिपोर्ट के आने के बाद और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने अव्यवस्थाओं पर चिंता जताई और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। सरकार ने उचित कदम उठाए हैं। हमने तेजी से काम किया है और कड़ी कार्रवाई पहले ही की जा चुकी है।

हादसे के बाद राज्य सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए डीसीपी बिष्णु पति और कमांडेंट अजय पाढ़ी को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही, पुरी के जिलाधिकारी और एसपी का भी तबादला कर दिया गया है। अब चंचल राणा को नया जिलाधिकारी और पिनाक मिश्रा को नया एसपी नियुक्त किया गया है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा जारी बयान में कहा गया, “मुख्यमंत्री इस घटना से अत्यंत व्यथित हैं। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से खेद व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की है। साथ ही, उन्होंने दिवंगत श्रद्धालुओं के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का एलान किया है।”

मुख्यमंत्री माझी ने कहा, “महाप्रभु की रथ यात्रा ओड़िया राज्य का गौरव है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

–आईएएनएस

पीएसके/डीएससी


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