भीषण गर्मी के प्रकोप से मौतों का सिलसिला नहीं थम रहा। शुक्रवार को भी लू लगने और गर्मी से प्रदेश में 189 लोगों की मौत हो गई। इनमें शनिवार को होने वाले मतदान के लिए चुनाव ड्यूटी में तैनात 19 मतदानकर्मी और सुरक्षाकर्मी हैं। वहीं, बिहार में भी 10 मतदानकर्मियों की जान चली गई।
शुक्रवार को कानपुर व मथुरा 48.2 डिग्री के साथ सर्वाधिक गर्म रहा। प्रदेश के ज्यादातर शहरों में पारा 45 डिग्री से अधिक दर्ज हुआ। तेज धूप के साथ लू का भी प्रकोप रहा। 43 डिग्री के साथ तपते वाराणसी और आसपास में चुनाव ड्यूटी में लगे 18 लोगों की मौत हो गई। सब सातवें चरण का चुनाव कराने के लिए पोलिंग पार्टियों के साथ जाने की तैयारी कर रहे थे। अकेले मिर्जापुर में ही आठ होमगार्ड और एक सुरक्षाकर्मी की मौत हुई है।
वाराणसी में चुनाव ड्यूटी में लगे तीन मतदानकर्मी की मौत हुई है। सोनभद्र में भी तीन मतदान कर्मी और एक सुरक्षा कर्मी की मौत हुई है। जिलाधिकारी चंद्रविजय सिंह ने बताया कि मौत के कारणों की अभी पुष्टि तो नहीं हुई है, लेकिन सारे लक्षण लू लगने से मौत के ही लग रहे हैं। चंदौली में दो होमगार्ड की मौत हुई है। इसके अलावा रायबरेली में स्ट्रांग रूम में तैनात भदोही निवासी दरोगा ने दम तोड़ दिया।
रातें भी गर्म: लखनऊ में पारा 45.8 डिग्री तक पहुंच गया। हरदोई, कानपुर, वाराणसी, चुर्क, प्रयागराज, झांसी, सुल्तानपुर, फुरसतगंज में रातें भी गर्म हैं। यहां न्यूनतम तापमान 30 डिग्री से 33.9 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, राज्य में कई इलाकों में बारिश के आसार हैं। धूल भरी आंधी चल सकती है।
यहां इतनी मौतें: बुंदेलखंड और कानपुर समेत आसपास के जिलों में भीषण गर्मी से शुक्रवार को 47 लोगों की मौत हो गई। इनमें हमीरपुर में 21, फतेहपुर में आठ, चित्रकूट में छह, कानपुर और महोबा में चार-चार, बांदा में तीन और फर्रुखाबाद में एक बच्चे की जान चली गई। घर वालों का कहना है कि यह सभी गर्मी के चलते उल्टी-दस्त और बुखार से पीड़ित थे। वाराणसी, आजमगढ़ और मिर्जापुर मंडल के नौ जिलों में 68 लोगों की मौत हो गई। प्रयागराज और आसपास के जिलों में 36 लोगों की भी गर्मी से जान चली गई। अवध में गर्मी से 20 लोगों की मौत हो गई।
चिकित्सकों के अनुसार गर्मी से तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। इसमें रायबरेली व अयोध्या में चार-चार, बहराइच में तीन, श्रावस्ती में पांच, सीतापुर में एक, गोंडा में दो व बाराबंकी में एक शामिल है। झांसी में चार, मुरादाबाद में एक हेड कांस्टेबल, पीलीभीत में एक कपड़ा व्यवसायी और बदायूं व अलीगढ़ में एक-एक व्यक्ति की भी गर्मी से मौत हुई है।
गोरखपुर-बस्ती मंडल में 10 लोगों की जान चली गई। इसमें गोरखपुर और बस्ती में तीन-तीन, देवरिया में दो और संतकबीरनगर में एक की मौत हुई है। मरने वालों में गाजीपुर निवासी एक कांस्टेबल और बागपत व एटा निवासी दो होमगार्ड के अलावा चुनाव ड्यूटी में आए दो निजी वाहन चालक भी शामिल हैं।