गुजरात सरकार से किसानों को मिली राहत पैकेज की राशि अपर्याप्त: प्रताप दुधात

अमरेली, 7 नवंबर (आईएएनएस)। गुजरात में बेमौसम बारिश से किसानों को हुए भारी नुकसान को देखते हुए राज्य सरकार ने 10,000 करोड़ रुपए के राहत पैकेज की घोषणा की है। इस घोषणा से किसानों में राहत की भावना है, वहीं विपक्ष ने इस बजट को अपर्याप्त बताते हुए सरकार पर निशाना साधा है।
कांग्रेस नेता प्रताप दुधात ने कहा कि इस पैकेज ने किसानों के साथ अन्याय किया है। उन्होंने कहा, “यह बजट गृहिणी की रसोई में नमक के समान है, जो दिखाने के लिए तो है पर पर्याप्त नहीं है।”
उन्होंने बताया कि सरकार ने 22,000 रुपए प्रति हेक्टेयर देने की बात कही है, जबकि एक हेक्टेयर में लगभग साढ़े छह बीघा जमीन होती है। इसका मतलब है किसानों को प्रति बीघा केवल 3,400 रुपए मिलेंगे।
दुधात ने आगे कहा कि दो हेक्टेयर जमीन के हिसाब से किसानों को 44,000 रुपए देने की बात कही गई है, लेकिन “जब एक बीघा जमीन का मूल्य ही 50,000 रुपए है, तो यह मुआवजा ऊंट के मुंह में जीरा समान है।”
उन्होंने बताया कि गुजरात के करीब 16,500 गांवों में बारिश से नुकसान हुआ है और 44,000 किसानों को सहायता दी जाएगी, जबकि एक-एक गांव में 12 करोड़ रुपए तक का नुकसान हुआ है।
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि ऋणमाफी योजना में नुकसान का पूरा हिसाब नहीं जोड़ा गया है। किसान पर औसतन 17,500 रुपए का खर्च आता है, ऐसे में 3,400 रुपए की सहायता किसी भी तरह पर्याप्त नहीं है।
दुधात ने कहा, “भाजपा, कांग्रेस या आम आदमी पार्टी से ऊपर उठकर अब किसानों को न्याय दिलाना है। यह सिर्फ राहत नहीं, बल्कि किसान की इज्जत और भविष्य का सवाल है।”
किसानों के बीच अब यह उम्मीद जगी है कि आने वाले दिनों में राज्य सरकार उनकी वास्तविक जरूरतों को ध्यान में रखकर मुआवजे की राशि में और वृद्धि करेगी।
वहीं, किसान अशोक पटेल ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि सरकार हम लोगों को राशि दे रही है। इसके लिए हम लोग उनका धन्यवाद करते हैं, इससे हम लोगों को काफी फायदा होने वाला है। हम लोग इस राशि का आगे इस्तेमाल कर सकते हैं।
किसान रमेश जेतानी ने कहा कि सरकार की तरफ से दी जा रही राशि हम लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी। इससे हमारे किसान भाई अपनी नई फसल अच्छी कर सकते हैं।
–आईएएनएस
एसएके