नशीली दवाओं के खतरे को जड़ से खत्म करने के लिए काम कर रहा तेलंगाना : रेवंत रेड्डी

नशीली दवाओं के खतरे को जड़ से खत्म करने के लिए काम कर रहा तेलंगाना : रेवंत रेड्डी

हैदराबाद, 25 अगस्त (आईएएनएस)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार नशीले पदार्थों की बुराई को जड़ से खत्म करने की दिशा में काम कर रही है।

रेवंत रेड्डी ने कहा कि उनकी सरकार ब्रह्मकुमारी के पदचिन्हों पर चल रही है। तेलंगाना को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं।

रेवंत रेड्डी ने शांति सरोवर में ब्रह्मकुमारी के 20 साल पूरे होने के समारोह में भाग लिया और सामुदायिक सेवा परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इस दौरान रेड्डी ने कहा कि राज्य सरकार ने नशीली दवाओं की समस्या को खत्म करने के लिए तेलंगाना एंटी-नारकोटिक्स ब्यूरो का गठन किया है।

उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि युवा नशे की लत में फंसकर अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं। साथ ही दावा किया कि सरकार नशे की लत से मुक्त होने वाले युवाओं को रोजगार देने का प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गच्चीबौली खुद 20 साल में एक बड़े शहर के रूप में विकसित हुआ है और उन्हें खुशी है कि शांति सरोवर भी उसी क्षेत्र में स्थित है। उन्होंने दावा किया कि राज्य में जनता का शासन और किसान हितैषी सरकार है।

कृषि ऋण माफी योजना को लागू करके सरकार ने साबित कर दिया है कि वह किसान हितैषी है। तेलंगाना देश का एकमात्र राज्य है जिसने मात्र आठ महीनों में किसानों के 31,000 करोड़ रुपये के ऋण माफ किए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिए कौशल विश्वविद्यालय की भी स्थापना की है, ताकि उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार मिल सके। साथ ही बताया मुचेरला में फ्यूचर सिटी विकसित की जा रही है और उसी क्षेत्र में कौशल विश्वविद्यालय भी बनाया गया है।

रेवंत रेड्डी ने यह भी दावा किया कि लोग नियमित रूप से विभिन्न मोर्चों पर उनके कार्यों को देख रहे हैं।

ब्रह्माकुमारी को तेलंगाना सरकार का मार्गदर्शक बताते हुए उन्होंने शांति सरोवर के पट्टे के नवीनीकरण सहित पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा, “हमें तेलंगाना में शांति सरोवर होने पर बहुत गर्व है जो राजस्थान में माउंट आबू के बाद ब्रह्माकुमारी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।”

मुख्यमंत्री ने टिप्पणी की कि हैदराबाद में ब्रह्माकुमारी चारमीनार, गोलकोंडा और शमशाबाद हवाई अड्डे की तरह है।

–आईएएनएस

एससीएच/सीबीटी

E-Magazine