सीरिया : कथित 'असद मिलिशिया' के 300 सदस्य गिरफ्तार


दमिश्क, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। सीरिया के नए अंतरिम प्रशासन ने ‘असद मिलिशिया के बचे हुए हिस्से’ पर कार्रवाई करते हुए 300 लोगों को हिरासत में लिया है। यह जानकारी सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने दी।

सरकारी समाचार एजेंसी सना ने पुष्टि की कि अंतरिम अधिकारियों ने शनिवार को तटीय प्रांत लताकिया में और गुरुवार को हामा में ‘असद के मिलिशिया’ के कई संदिग्धों को पकड़ा।

सना ने ‘बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद’ जब्त किए जाने की भी सूचना दी।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, नए प्रशासन के तहत सुरक्षा बलों ने गुरुवार को दमिश्क, लताकिया, टारटस और होम्स के आसपास पूर्ववर्ती अधिकारियों से जुड़े व्यक्तियों को निशाना बनाकर व्यापक अभियान चलाया।

सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के प्रमुख रामी अब्दुल रहमान ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों में पूर्व शासन मुखबिर, ईरान समर्थक लड़ाके, हत्याओं और यातनाओं के आरोपी लोअर रैंक सैन्य अधिकारी शामिल हैं। इनमें से एक नाम जनरल मोहम्मद कंजो हसन का भी है, जो असद के अधीन सैन्य न्याय के पूर्व प्रमुख थे, जिन्होंने कुख्यात सैदनाया जेल में संक्षिप्त सुनवाई के बाद कथित तौर पर हजारों को मौत की सजा सुनाई थी।

ऑब्जर्वेटरी ने कहा कि ‘स्थानीय लोगों के सहयोग से’ गिरफ्तचारियां अधिक सुचारू रूप से हुई हैं। इसने कहा कि अभियान में ‘नागरिकों को निरस्त्र करना’ भी शामिल है।

इस महीने की शुरुआत में, हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेतृत्व में सशस्त्र गुटों ने नंवबर में सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल सद के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन शुरू कर दिया। लंब समय से विद्रोहियों का सफलतापूर्व मुकाबला करने वाले असद इस बार अपनी सत्ता नहीं बचा पाए। 8 दिसंबर को विद्रोही गुट सीरिया की राजधानी दमिश्कन में प्रवेश कर गए और असद को सत्ता छोड़कर भागना पड़ा।

नए प्रशासन ने सत्ता को मजबूत करने के अपने प्रयासों को तेज कर दिया है।

ह्यूमन राइट्स वॉच सहित अंतर्राष्ट्रीय अधिकार समूहों ने सत्ता में मौजूद गुटों से आग्रह किया है कि वे पूर्व अधिकारियों सहित सभी बंदियों के साथ मानवीय व्यवहार और उचित प्रक्रिया को बनाए रखें।

इस बीच, सीरिया की जनरल इंटेलिजेंस सर्विस के नवनियुक्त प्रमुख अनस खत्ताब ने शनिवार को कहा कि सीरिया में संपूर्ण सुरक्षा तंत्र को ‘सभी शाखाओं को भंग करने के बाद’ पुनर्गठित किया जाएगा।

–आईएएनएस

एमके/


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