नई दिल्ली, 24 जुलाई (आईएएनएस)। एक शोध में यह बात सामने आई है कि किसी व्यक्ति के नी कैप का बिगड़ता आकार ऑस्टियोआर्थराइटिस बीमारी का संकेत हो सकता है।
ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी (एएनयू) के शोधकर्ताओं ने महिलाओं और पुरुषों के नी कैप आकार के अंतर को लेकर एक अध्ययन किया। पाया कि पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में नी ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षण ज्यादा गंभीर होते हैं।
टीम ने स्वस्थ व्यक्तियों और घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी का इंतजार कर रहे मरीजों के घुटनों का विश्लेषण करने के लिए सीटी स्कैन का उपयोग किया।
उन्होंने घुटनों के 3डी मॉडल बनाने और सतहों के आकार को मापने के लिए उन्नत छवि विश्लेषण तकनीकों का उपयोग किया।
शोध में लैंगिक आधार पर घुटने की सतह के आकार में कोई स्पष्ट अंतर नहीं पाया गया, लेकिन यह जरूर पता चला कि ऑस्टियोआर्थराइटिस पीड़ितों के नीकैप सतह का आकार भिन्न था।
एएनयू की एसोसिएट प्रोफेसर लॉरा विल्सन के नेतृत्व वाली टीम ने ये भी बताया कि रोग की गंभीरता बढ़ने के साथ ये अंतर और अधिक स्पष्ट होने लगे।
उन्होंने निष्कर्षों की अप्रत्याशित प्रकृति पर ध्यान दिया, जिसमें बताया गया कि ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसे-जैसे बढ़ता है वैसे-वैसे नीकैप बदलाव अन्य जोड़ों की सतह पर अलग-अलग देखने को मिलता है।
अध्ययन ऑस्टियोआर्थराइटिस और कार्टिलेज पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।
शोधकर्ता अब यह जांचने पर विचार कर रहे हैं कि क्या ये आकार में अंतर बीमारी के शुरुआती दौर में दिखने शुरू हो जाते हैं।
यदि इन परिवर्तनों की प्रारंभिक शुरुआत की पुष्टि की जा सके, तो घुटने की आकृति को संभावित रूप से रोग निवारण मॉडल में एकीकृत किया जा सकता है, जिससे घुटने के ऑस्टियोआर्थराइटिस के उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों की प्रारंभिक पहचान में सहायता मिलेगी।
–आईएएनएस
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