स्विगी को नवंबर 2024 में लिस्टिंग के बाद से पहली बार 'सेल' रेटिंग मिली


नई दिल्ली, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। स्विगी लिमिटेड को नवंबर 2024 में लिस्टिंग के बाद से पहली बार ‘सेल’ रेटिंग मिली है। विश्लेषकों ने ‘फूड डिलीवरी’ और ‘क्विक कॉमर्स’ दोनों ही सर्विस में स्विगी की खराब होती स्थिति को लेकर चिंता जताई है।

एम्बिट कैपिटल की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, स्विगी ने इन सेक्टर में अपनी शुरुआती बढ़त खो दी है और अब यह फूड डिलीवरी में दूसरे और क्विक कॉमर्स में तीसरे स्थान पर है।

एम्बिट कैपिटल ने स्विगी के कवरेज की शुरुआत सतर्क दृष्टिकोण के साथ की और प्रति शेयर 310 रुपए का टारगेट प्राइस निर्धारित किया। इससे कंपनी के आखिरी कारोबार मूल्य से 20 प्रतिशत से ज्यादा की संभावित गिरावट का संकेत मिलता है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि फूड डिलीवरी सेगमेंट में स्विगी अब अपने प्रतिस्पर्धी जोमैटो से पीछे है। जोमैटो की एक बड़ी पहुंच है, ज्यादा यूजर्स हैं और ऑर्डर वॉल्यूम भी ज्यादा है।

स्विगी की बाजार हिस्सेदारी में गिरावट की गति धीमी हो गई है, लेकिन एम्बिट को लगता है कि लंबे समय में इसकी हिस्सेदारी करीब 42 प्रतिशत पर आ जाएगी।

स्विगी की क्विक कॉमर्स सर्विस, इंस्टामार्ट भी मुश्किलों का सामना कर रही है।

इस सेगमेंट में कभी सबसे बड़ी कंपनी रही इंस्टामार्ट अब ब्लिंकिट और जेप्टो दोनों से पीछे रह गई है।

एम्बिट ने बताया कि इंस्टामार्ट का एड्रेसेबल मार्केट सिर्फ 30 से 50 शहरों तक सीमित है।

एम्बिट ने स्विगी के विज्ञापन राजस्व पर बहुत अधिक निर्भर रहने और प्रतिस्पर्धा को कम आंकने की भी आलोचना की।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इंस्टामार्ट को कई क्षेत्रों में प्रतिद्वंद्वियों से आगे निकलने के लिए निवेश की जरूरत है। ये क्षेत्र प्रोडक्ट वैरायटी, स्टोर एफिशिएंसी, कस्टमर अधिग्रहण और विज्ञापन पहुंच हैं।

हालांकि, जेपी मॉर्गन ने हाल ही में जानकारी दी है कि स्विगी अपने स्टोर की संख्या बढ़ा रहा है और धीरे-धीरे जेप्टो के बराबर पहुंच रहा है, लेकिन एम्बिट अधिक सतर्क है।

इंस्टामार्ट द्वारा 10-15 मिनट डिलीवरी के इंडस्ट्री ट्रेंड को लेकर देरी से प्रतिक्रिया भी इसकी गिरावट का एक प्रमुख कारण है।

जबकि प्रतिस्पर्धी ब्लिंकिट और जेप्टो ने शुरुआत में फास्ट डिलीवरी स्पीड पर ध्यान केंद्रित किया। स्विगी ने शुरुआत में 30 मिनट की डिलीवरी मॉडल पर काम किया।

इसके अलावा, इसे छोटे प्रोडक्ट रेंज और धीमे मार्केटिंग प्रयासों से भी जूझना पड़ा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि स्विगी को अब सभी मोर्चों पर कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एबीएम


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