अजमेर, 22 जनवरी (आईएएनएस)। राजस्थान के अजमेर में स्थित ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह का 813 वां सालाना उर्स समाप्त हो गया है। हालांकि, इस मौके पर चादर चढ़ाने का सिलसिला जारी है। इस बीच ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर बुधवार को लखनऊ के स्वामी सारंग महाराज ने हाजिरी लगाई। इस अवसर पर उन्होंने दरगाह शरीफ में चादर पेश कर देश में अमन चैन व भाईचारे की दुआ की।
स्वामी सारंग महाराज ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “मेरा छोटा सा संदेश है कि मोहब्बत सबसे और नफरत किसी से नहीं, जो यहां का पैगाम भी है। आज श्री राम जन्मभूमि का प्राण प्रतिष्ठा दिवस भी है, इस खास दिन मैंने यहां आकर चादर पेश की और लोगों को जोड़ने का पैगाम दिया।”
उन्होंने कहा, “गंगा-जमुनी तहजीब लुप्त होती जा रही है और हम लोगों की यही कोशिश है कि हम सभ्यता, संस्कृति को मिलाकर रखें और मिलजुल कर रहें। साथ ही भाईचारे की भावना को आगे बढ़ाएं और देश में एकता का संदेश फैलाने का काम करें। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यहां चादर भेजी। उनका भाव यही था कि देश में सब लोग मिल जुलकर रहें। मैं इस अवसर पर सभी लोगों से अपील करता हूं कि संगम नगरी प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ की संस्कृति का हिस्सा बनें।”
दरगाह के खादिम हाजी सलमान चिश्ती ने कहा, “आज स्वामी सारंगी महाराज ने दरगाह में हाजिरी लगाई और चादर पेश कर देश में एकता का संदेश दिया। हाल ही में पीएम मोदी ने 140 करोड़ से अधिक देशवासियों की तरफ से चादर भेजी थी और देश के नाम भाईचारे और मोहब्बत का संदेश भी दिया था।”
इससे पहले 4 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती को भेजी गई चादर को केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने अजमेर शरीफ दरगाह पर चढ़ाया था। किरेन रिजिजू के साथ भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी भी मौजूद थे।
यह 11वीं बार था, जब पीएम मोदी की तरफ से अजमेर स्थित ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर चादर पेश की गई थी।
–आईएएनएस
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