भारतीय सेना की बहादुरी को सलाम, आतंकवाद का होगा समूल नाश: सुरेन्द्रनाथ अवधूत

नई दिल्ली/बलिया, 9 मई (आईएएनएस)। दिल्ली के कालकाजी मंदिर के पीठाधीश्वर सुरेन्द्रनाथ अवधूत ने हाल ही में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव और भारतीय सेना के साहसिक कदमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि पहलगाम में निर्दोष हिंदुओं की नृशंस हत्या का बदला लेने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों ने “ऑपरेशन सिंदूर” शुरू किया।
सुरेन्द्रनाथ अवधूत ने भारतीय सेना की बहादुरी को सलाम करते हुए केंद्रीय नेतृत्व की भी प्रशंसा की, उन्होंने देशवासियों से एकजुटता का आह्वान करते हुए कहा, “पहलगाम में निर्दोष हिंदुओं की हत्या का बदला लेने के लिए हमारे सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया है, जिसमें आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया है और उन्हें नष्ट किया गया है।”
उन्होंने आगे कहा, ” हम भारतीय सेना की बहादुरी को सलाम करते हैं और केंद्र सरकार को बधाई देते हैं कि उन्होंने उन्हें जोरदार जवाब देने की पूरी आजादी दी। ऐसे समय में जब भारत और पाकिस्तान युद्ध की स्थिति में हैं, हम देवी भगवती से प्रार्थना करते हैं कि वे हमारी सेनाओं के लिए शक्ति और सामर्थ्य प्रदान करें, ताकि वे न केवल आतंकवाद के पोषक पाकिस्तान को करारा जवाब दे सकें, बल्कि आतंकवाद का समूल नाश भी कर सकें।”
पूरे देश में लोग भारतीय सेना के पराक्रम से उत्साहित हैं। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में देशभक्ति और आस्था का अनूठा संगम देखने को मिला। यहां सदर बाजार स्थित हनुमान मंदिर में हवन और पूजा का आयोजन किया। इस समारोह में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया और भारतीय सैनिकों की सुरक्षा, उनकी लंबी आयु और आतंकवाद के खात्मे के लिए प्रार्थना की।
पुजारी कमलेश पांडे ने कहा, “आतंकवाद के विरोध में हनुमान मंदिर में हवन और पूजा समारोह आयोजित किया गया। गांव के लोग आतंकवाद के खात्मे और अत्याचारियों की हार के लिए प्रार्थना करने के लिए एकत्र हुए। हम भारतीय सैनिकों की सुरक्षा और लंबी आयु के लिए भगवान हनुमान जी से प्रार्थना करते है।”
आपको बता दें कि देश के विभिन्न हिस्सों में भी इसी तरह के आयोजन देखने को मिल रहे हैं, जहां लोग मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों पर इकट्ठा होकर सैनिकों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर न केवल आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत कदम है, बल्कि यह पाकिस्तान को भी साफ संदेश देता है कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।
–आईएएनएस
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