पूरे देश में छात्रों का समुदाय पेइंग गेस्ट (पीजी) में रहने पर जीएसटी माफ करने के मोदी सरकार के फैसले को लेकर उत्साहित है। उन्होंने इसके लिए पीएम मोदी के प्रति आभार जताया है।
अकादमिक क्षेत्र के लोग और विशेषज्ञों का भी मानना है कि इस प्रगतिशील फैसले से उच्च शिक्षा के लिए जेब पर पड़ने वाला बोझ कुछ कम होगा। साथ ही उच्च शिक्षा सबकी पहुंच में लाने में मदद मिलेगी। पीजी हाउसिंग से गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) का बोझ हटाने से युवाओं के लिए उच्च शिक्षा सहज और सुलभ हुई है। सरकार ने युवाओं के अच्छे भविष्य के लिए प्रतिबद्धता दिखाई है।
छात्रों और परिवारों पर कम होगा बोझ
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) के चांसलर व राज्यसभा सदस्य डॉ. अशोक कुमार मित्तल ने कहा कि पीजी निवास से जीएसटी हटाने के प्रधानमंत्री मोदी के निर्णय का वह स्वागत करते हैं। इससे छात्रों और उनके परिवारों से बोझ कम होगा। हिमाचल प्रदेश में एक इंजीनियरिंग की छात्रा अंशुल राणा ने बताया कि पीजी हॉस्टल से जीएसटी हटना गेमचेंजर साबित होगा। खासकर मध्यम वर्ग के छात्रों और परिवारों को काफी राहत मिलेगी।
कम दरों पर मिल सकेंगे हॉस्टल
हरियाणा में एमएससी हर्टिकल्चर की छात्रा चित्रा ने बताया कि मेरे जैसे छात्रों के लिए यह बहुत बड़ी बचत है। इससे हमारा पढ़ाई और रहने का खर्च कम होगा। वहीं फगवाड़ा के पीजी मालिक सुखप्रीत सिंह ने कहा कि ये टैक्स भरने से उनका भी प्रशासनिक खर्च बढ़ जाता था। अब यह बोझ हटने से हम छात्रों को हॉस्टल कम दरों पर दे सकेंगे।