कमजोर टेस्ट टीम चुनने के लिए स्टीव वॉ ने की द.अफ्रीका की आलोचना

कमजोर टेस्ट टीम चुनने के लिए स्टीव वॉ ने की द.अफ्रीका की आलोचना

सिडनी, 1 जनवरी (आईएएनएस)। ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर स्टीव वॉ ने न्यूजीलैंड दौरे के लिए कमजोर टेस्ट टीम की घोषणा करने के लिए दक्षिण अफ्रीका की आलोचना की है। उन्होंने यह भी कहा कि इस फॉर्मेट को लेकर देश की सोच देखकर वो चिंतित हैं।

दक्षिण अफ्रीका ने हाल ही में न्यूजीलैंड टेस्ट दौरे के लिए 14 सदस्यीय टीम की घोषणा की। कप्तानी सलामी बल्लेबाज नील ब्रांड करेंगे, जो टीम के सात अनकैप्ड खिलाड़ियों में से एक हैं।

टीम में कैप्ड टेस्ट खिलाड़ी बल्लेबाज डेविड बेडिंघम, जुबैर हमजा और कीगन पीटरसन होंगे, जो वर्तमान में भारत के खिलाफ श्रृंखला में खेल रहे हैं।

न्यूजीलैंड दौरे पर अन्य कैप्ड खिलाड़ियों में बल्लेबाज खाया ज़ोंडो, डुआन ओलिवियर और डेन पैटरसन की तेज़ गेंदबाज़ी जोड़ी और स्पिनर डेन पिड्ट शामिल हैं।

क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ने घरेलू मैदान पर एसए20 लीग के दूसरे सीजन के साथ श्रृंखला के टकराव के कारण कमजोर टेस्ट टीम को मैदान में उतारने का फैसला किया है।

स्टीव वॉ ने कहा, “जाहिर तौर पर उन्हें कोई परवाह नहीं है। दक्षिण अफ़्रीकी क्रिकेट बोर्ड अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को घर पर रखकर भविष्य के लिए क्या संकेत देना चाहती है। अगर मेरे हाथ में होता तो मैं यह सीरीज भी नहीं खेलता। मैं नहीं जानता कि वे क्यों खेल रहे हैं। जब यह न्यूज़ीलैंड क्रिकेट के प्रति सम्मान की कमी दर्शाता है तो आप ऐसा क्यों करेंगे?”

वॉ ने ‘द सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ से कहा, “यह स्पष्ट है कि समस्या क्या है। वेस्टइंडीज अपनी पूरी ताकत वाली टीम ऑस्ट्रेलिया नहीं भेज रही है। पिछले कुछ वर्षों से उन्होंने पूरी ताकत वाली टेस्ट टीम नहीं चुनी है। निकोलस पूरन जैसा कोई व्यक्ति वास्तव में एक टेस्ट बल्लेबाज है जो टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलता है। जेसन होल्डर, शायद उनके सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी वो भी अब टेस्ट नहीं खेल रहे हैं। यहां तक कि पाकिस्तान ने भी ऑस्ट्रेलिया अपनी फुल स्ट्रेंथ टीम नहीं भेजी।”

तेम्बा बावुमा, एडेन मार्कराम, हेनरिक, रासी, रबाडा, एनगिडी, केशव महाराज जैसे फ्रंटलाइन टेस्ट खिलाड़ी एसए20 में खेलेंगे, क्योंकि वे राष्ट्रीय कर्तव्यों पर होने के बजाय घर पर लीग में खेलने के लिए बाध्य हैं।

वॉ यह भी चाहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) टेस्ट क्रिकेट खेलने को प्रोत्साहित करे ताकि इसे गंभीरता से लिया जाता रहे।

वॉ ने कहा, “अगर आईसीसी या कोई भी जल्द ही कदम नहीं उठाता है तो टेस्ट क्रिकेट धीरे-धीरे अपनी साख खो देखा।

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने आगे कहा, “मैं समझता हूं कि खिलाड़ी क्यों नहीं आते। उन्हें ठीक से भुगतान नहीं मिल रहा है। मुझे समझ में नहीं आता कि आईसीसी या शीर्ष देश जो बहुत पैसा कमा रहे हैं, उनके पास टेस्ट मैचों के लिए एक नियमन शुल्क क्यों नहीं है जो एक प्रीमियम फॉर्मेट है।”

–आईएएनएस

एएमजे/एसकेपी

E-Magazine