विकसित भारत की दिशा में बढ़े कदम, बेहतर हो रही जिंदगी

विकसित भारत की दिशा में बढ़े कदम, बेहतर हो रही जिंदगी

वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सरकार के साथ ही पूरा देश प्रयास कर रहा है। देश में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हो रही हैं, देश के लोगों का जीवन स्तर बेहतर हो रहा है। आमदनी बढ़ रही है। लोग मूलभूत जरूरतों के अलावा घूमने फिरने पर भी जमकर खर्च कर रहे हैं। हाल ही में किए गए दो अध्ययनों से इसकी पुष्टि हुई है।

द लैंसेट जर्नल में प्रकाशित वैश्विक अध्ययन में कहा गया है कि वर्ष 2050 तक भारतीय महिलाओं की जीवन प्रत्याशा लगभग 80 वर्ष हो सकती है, वहीं इस अवधि में पुरुषों की जीवन प्रत्याशा 75 वर्ष से अधिक होगी। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार 2024 की पहली तिमाही में नौ करोड़ 70 लाख लोगों ने विमान यात्रा की है।

भारतीय पुरुषों की जीवन प्रत्याशा भी बढ़ेगी

द लैंसेट जर्नल में प्रकाशित वैश्विक अध्ययन के अनुसार वर्ष 2050 तक भारतीय महिलाओं की जीवन प्रत्याशा 80 वर्ष तक पहुंच सकती है। इस दौरान भारतीय पुरुषों की जीवन प्रत्याशा 75 वर्ष से अधिक होगी। जीवन प्रत्याशा किसी समूह की औसत जीवन अवधि होती है। भारत में पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए स्वस्थ जीवन प्रत्याशा 65 वर्ष से अधिक होने का अनुमान है। स्वस्थ जीवन प्रत्याशा का तात्पर्य उस औसत उम्र है जिस उम्र तक स्वस्थ रहने की उम्मीद की जा सकती है।

द लैंसेट जर्नल में प्रकाशित वैश्विक अध्ययन के अनुसार, 2022 और 2050 के बीच दुनिया भर में पुरुषों में जीवन प्रत्याशा में लगभग पांच साल और महिलाओं में चार साल से अधिक सुधार होने का अनुमान है। दुनिया भर में स्वस्थ जीवन प्रत्याशा, आने वाले वर्षों में 2.6 साल बढ़ जाएगी – 2022 में 64.8 साल से बढ़कर 2050 में 67.4 साल हो जाएगी।

शोधकर्ताओं के अनुसार दिल के रोगों, कोरोना जैसी संक्रामक बीमारियों, मातृ, नवजात और पोषण संबंधी बीमारियों से बचाव के कारण जीवन प्रत्याशा में वृद्धि का अनुमान है। गौरतलब है कि भारत में जन्म के समय जीवन प्रत्याशा 2019 में 70.8 वर्ष थी। अमेरिका के वा¨शगटन विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट फार हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन (आइएचएमई) सहयोग से ग्लोबल बर्डन आफ डिजीज (जीबीडी) अध्ययन किया गया है।

पहले से कहीं अधिक भारतीय कर रहे विमान यात्रा

अंतरराष्ट्रीय यात्रा हो या घरेलू पहले से कहीं अधिक भारतीय यात्रा कर रहे हैं। 2024 के पहले तीन महीनों में नौ करोड़ 70 लाख भारतीयों ने विमान यात्रा की। मास्टरकार्ड इकोनामिक्स इंस्टीट्यूट (एमईआइ) द्वारा किए गए अध्ययन ”ट्रैवल ट्रेंड्स 2024: ब्रे¨कग बाउंड्रीज” की रिपोर्ट के अनुसार 2024 के पहले तीन महीनों में नौ करोड़ 70 लाख यात्रियों ने भारतीय हवाईअड्डों से यात्रा की। घरेलू हवाई यात्री यातायात 2019 के स्तर से 21 प्रतिशत अधिक बढ़ा, वहीं अंतरराष्ट्रीय यात्रा में चार प्रतिशत की वृद्धि हुई।

भारतीय आर्थिक रूप से सशक्त हुए हैं

रिपोर्ट के अनुसार 2019 की तुलना में जापान की यात्राओं में 53 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वियतनाम की यात्राओं में 248 प्रतिशत की वृद्धि और महंगे अमेरिकी डालर के बावजूद अमेरिका की यात्राओं में 59 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई हुई है। इससे प्रतीत होता है कि भारतीय आर्थिक रूप से सशक्त हुए हैं।

रिपोर्ट के अनुसार एम्स्टर्डम, सिंगापुर, लंदन, फ्रैंकफर्ट और मेलबर्न शीर्ष पांच पसंदीदा गंतव्य हैं जहां भारतीय यात्री इस गर्मी (जून-अगस्त 2024) में जा रहे हैं। 2020 में लांच किया गया मास्टरकार्ड इकोनामिक्स इंस्टीट्यूट उपभोक्ता के नजरिए से व्यापक आर्थिक रुझानों का विश्लेषण करता है।

विमानन क्षेत्र के विकास का पावर हाउस बनेगा

भारत भारत विमानन क्षेत्र के विकास का पावर हाउस बनेगा। एक रिपोर्ट में यह उम्मीद जताई गई है। नीदरलैंड स्थित आइएनजी बैंक एनवी ने कहा कि एयरलाइन कंपनी इंडिगो और एअर इंडिया नए विमानों के लिए ऐतिहासिक रूप से बड़ा आर्डर दिया है। इसमें कहा गया है, भारत कई नए हवाईअड्डे खोलने की योजना बना रहा है।

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