नई दिल्ली, 14 नवंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने गुरुवार को आईएएनएस से खास बातचीत में कई मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कर्नाटक वाटर सेस, महाराष्ट्र में ईडी की छापेमारी पर अपनी राय रखी। इसके अलावा, उन्होंने डी रजा के बयान पर भी अपनी टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर प्रतिक्रिया दी थी।
कर्नाटक में वाटर सेस पर कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि यह राज्य सरकार का मामला है और राज्य सरकार अपने स्तर पर इस पर निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि यह राज्य सरकार का स्टैंड है। क्या है और क्या नहीं है वह राज्य ही तय करेगा। राज्य का निर्णय कैबिनेट में चर्चा के बाद सामने आएगा, इसके पहले हम इस पर कुछ भी नहीं बोल सकते।
मणिकम टैगोर ने महाराष्ट्र में ईडी की छापेमारी को लेकर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव के दौरान अपनी राजनीतिक जीत सुनिश्चित करने के लिए ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करते हैं। उनका यह फार्मूला बन चुका है कि किसी भी राज्य में चुनाव से पहले या चुनाव के समय ईडी और सीबीआई का प्रयोग करके विपक्षी नेताओं को दबाया जाए।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस रणनीति का इस्तेमाल मोदी सरकार ने 2024 लोकसभा चुनाव में भी किया था। चुनाव में भाजपा को 240 सीटें मिलीं और वह अकेले सरकार नहीं बना पाई। इसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के समर्थन से सरकार को चलाना पड़ा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में आगामी चुनाव में कांग्रेस, इंडिया गठबंधन और शिवसेना मिलकर सरकार बनाएंगे।
मणिकम टैगोर ने डी रजा के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि तमिलनाडु में इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के बीच सही से सीट बंटवारा हुआ, लेकिन दिल्ली, हरियाणा और मध्य प्रदेश में इंडिया गठबंधन में शामिल दलों में सीट शेयरिंग सही से नहीं हुई, यह कहीं न कहीं इंडिया गठबंधन को कमजोर करता है। उन्होंने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत विचार हो सकता है, लेकिन इस तरह की चर्चाएं इंडिया गठबंधन के अंदर ही होनी चाहिए। यह इंडिया गठबंधन के अंदर की बात है। कोई भी मुद्दा, खासकर सीट बंटवारे पर चर्चा, इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक में ही होनी चाहिए। यह पहले से तय था कि सीट बंटवारा राज्य स्तर पर होगा और सभी पार्टी नेता इस पर आपस में चर्चा करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि चुनावी सीटों के बंटवारे के बारे में यह किसी व्यक्तिगत विचार से ज्यादा, गठबंधन के नेताओं की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने इस पर मीडिया से ज्यादा बयानबाजी करने के बजाय, गठबंधन के अंदर इसे हल करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को आत्मचिंतन की आवश्यकता है, क्योंकि वे जिस ताकतवर विपक्ष, यानी भाजपा और आरएसएस से लड़ रहे हैं, वह किसी भी हद तक जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को बीजेपी को हराने के लिए अपनी रणनीति में और मजबूती लानी होगी। इंडिया गठबंधन के नेता राज्य स्तर पर बैठकर सीट बंटवारे पर निर्णय लेंगे। यह तय किया गया है कि हर राज्य में पार्टी और गठबंधन के नेताओं के बीच आपसी समझ से यह फैसला लिया जाएगा।
–आईएएनएस
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