तूफान दितवाह: राहत सामग्री के लिए श्रीलंका ने भारत को दिया धन्यवाद, पीएम मोदी की तारीफ की


कोलंबो, 28 नवंबर (आईएएनएस)। श्रीलंका में दितवाह तूफान से मची भारी तबाही के बीच भारत ने अपने पड़ोसी मुल्क की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है। भारत ने ऑपरेशन सागर बंधु के तहत तुरंत राहत सामग्री और जरूरी सहायता भेजी है। इस सहायता के लिए श्रीलंका ने भारत को धन्यवाद दिया है।

भारत में श्रीलंका की उच्चायुक्त महिषिनी कोलोन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, एस जयशंकर और भारत सरकार का तहे दिल से आभार, जिन्होंने एकजुटता का संदेश दिया और ऑपरेशन सागर बंधु के तहत श्रीलंका को त्वरित सहायता प्रदान की। हर संकट के समय श्रीलंका के साथ खड़े रहने और हमारी मदद करने के लिए भारत सरकार और जनता का हार्दिक आभार।

इससे पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी देते हुए लिखा कि श्रीलंका के उन लोगों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है, जिन्होंने तूफान दितवाह की वजह से अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं सभी प्रभावित परिवारों की सुरक्षा, पुनर्वास और जल्दी ठीक होने की प्रार्थना करता हूं।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि अपने सबसे करीबी समुद्री पड़ोसी के साथ एकजुटता दिखाते हुए, भारत ने ऑपरेशन सागर बंधु के तहत तुरंत राहत सामग्री और जरूरी एचएडीआर सपोर्ट भेजी है। जैसे-जैसे हालात बदलेंगे, हम और मदद देने के लिए तैयार हैं। भारत की नेबरहुड फर्स्ट नीति और विजन महासागर के हिसाब से, भारत जरूरत के समय में श्रीलंका के साथ मजबूती से खड़ा है।

न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने श्रीलंका की सेना के हवाले से बताया कि तूफान दितवाह की वजह से आई भयंकर बाढ़ और लैंडस्लाइड से निपटने के लिए देश भर में डिजास्टर-रिलीफ ऑपरेशन के लिए 20,500 से ज्यादा श्रीलंकाई मिलिट्री के जवानों को तैनात किया गया है। तूफान दितवाह शुक्रवार सुबह आया था।

श्रीलंकाई सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल लसंथा रोड्रिगो ने कहा कि सेना ने प्रभावित जिलों में रेस्क्यू, राहत और जानकारी शेयर करने की कोशिशों को लेकर तालमेल बिठाने के लिए एक सेंट्रल ऑपरेशन सेंटर सक्रिय किया है। अब तक कुल 3,490 लोगों को बचाया गया और उन्हें दूसरी जगह बसाया गया है।

सिन्हुआ ने जानकारी दी है कि श्रीलंका में इस तूफान की वजह से मरने वालों की संख्या अभी 56 है। मौसम विभाग ने कहा कि रविवार तक भारी बारिश जारी रहेगी।

–आईएएनएस

एमएस/डीएससी


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