नोएडा : कांवड़ यात्रा के लिए परिवहन निगम की विशेष व्यवस्था, 40 बस चलेंगी


नोएडा, 7 जुलाई ( आईएएनएस)। कांवड़ यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए नोएडा के मोरना डिपो ने व्यापक इंतजाम किए हैं। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने कांवड़ियों की सुविधा के लिए 40 बसें संचालित करने का फैसला किया है, जो सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक हर आधे घंटे में मोरना डिपो से हरिद्वार के लिए रवाना होंगी। इसके अलावा, 10 बसों को रिजर्व में रखा गया है, जिन्हें यात्रियों की संख्या बढ़ने पर उपयोग में लाया जाएगा।

नोएडा डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (एआरएम) रोहताश सिंह ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि कांवड़ियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मोरना डिपो पर एक हेल्प डेस्क और कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा, जहां कांवड़ियों को सहायता प्रदान की जाएगी। हम अपनी तरफ से यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी भी कांवड़िए को कोई समस्या नहीं हो। बसों में महिलाओं और बुजुर्गों के लिए विशेष सुविधाएं होंगी और कंडक्टर यात्रियों के स्वास्थ्य की जानकारी लेंगे। सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं।

उन्होंने बताया कि शराब पीकर बस चलाने वाले ड्राइवरों और कंडक्टरों की निगरानी के लिए ब्रीथ एनालाइजर के जरिए जांच होगी। इसके अलावा, 12 फुट से बड़ी कांवड़ और नुकीली वस्तुओं को बसों में ले जाने की अनुमति नहीं होगी। रास्तों में निर्माण कार्य के कारण कुछ मार्गों पर बदलाव हो सकता है, लेकिन चालक इसके लिए तैयार हैं। ऑनलाइन सिस्टम के जरिए तत्काल व्यवस्था की जाएगी। हमारी पूरी कोशिश है कि कांवड़ियों की सुरक्षित और सुगम यात्रा हो। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बसें भी चलाई जाएंगी। हम नहीं चाहते हैं कि किसी भी कांवड़िए को कोई समस्या हो। परिवहन विभाग पूरी तरह से तैयार है।

उनके मुताबिक, परिवहन निगम ने कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देते हुए यह सुनिश्चित किया है कि यात्रा के दौरान किसी भी तरह की परेशानी न हो। साथ ही, हमने लोगों से अपील की है कि वो यातायात से संबंधित नियमों का गंभीरतापूर्वक पालन करें। नियमों का पालन करने में वो किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतें। अगर सभी यातायात से संबंधित नियमों का पालन करने के प्रति गंभीर रहेंगे, तो निश्चित तौर पर सड़क पर किसी भी प्रकार की अव्यवस्था की स्थिति पैदा नहीं होगी। आमतौर पर ऐसा देखने को मिलता है कि जब लोग यातायात से संबंधित नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो स्थिति बिगड़ जाती है।

–आईएएनएस

एसएचके/एबीएम


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