सियोल, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। मेडिकल छात्रों की नाराजगी झेल रही दक्षिण कोरियाई सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने रविवार को कहा कि वह मेडिकल छात्रों को अस्थायी रूप से छुट्टी लेने की अनुमति देगा, मगर सशर्त। वो ये कि वह अगले साल स्कूल लौट जाएंगे।
यह निर्णय पिछले महीने के अंत में सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी द्वारा सरकार की चिकित्सा सुधार योजनाओं के विरोध में सामूहिक छुट्टी पर जाने को लेकर लिया गया। दरअसल, सरकार ने मेडिकल स्कूलों में कोटा बढ़ाने की योजना बनाई थी जिसका बड़े पैमाने पर विरोध किया गया था।
मंत्रालय ने अपनी ओर से रुख साफ करते हुए कहा कि एकता दिखाने के लिए छुट्टी लेना वैध कारण नहीं है, लेकिन फिर भी सरकार शिक्षा व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने के लिए कुछ कदम उठा रही है।
हालांकि मंत्रालय ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि जो छात्र अगले साल वापस नहीं आएंगे, उन्हें दंड का सामना करना पड़ेगा। ऐसा न करने पर निष्कासन की कार्रवाई भी हो सकती है।
सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी ने 30 सितंबर को लगभग 96 प्रतिशत छात्रों की स्प्रिंग सेमेस्टर के लिए दी गई छुट्टी की अर्जियों को मंजूर कर दिया। यानि लगभग 780 मेडिकल छात्रों को अगले सेमेस्टर के लिए छुट्टी दे दी गई है।
इस फैसले से यह चिंता पैदा हो गई है कि अब और कई विश्वविद्यालय ऐसा कर सकते हैं, जिससे मेडिकल छात्रों की अनुपस्थिति बढ़ सकती है।
सामुदायिक डॉक्टरों की एक लॉबी ने सरकार से मेडिकल स्कूल प्रवेश परीक्षा 2025 में कोटा पर फिर से विचार करने की मांग की है। इस सशर्त छुट्टी मंजूरी से जूनियर डॉक्टरों की महीनों से चली आ रही हड़ताल के खत्म होने की संभावनाएं लगभग खत्म होती नजर आ रही हैं।
कोरिया मेडिकल एसोसिएशन (केएमए) के प्रवक्ता चोई अन्ना ने संवाददाताओं से कहा कि जब तक सरकार मेडिकल स्कूल प्रवेश 2025 कोटा में संभावित बदलाव के बारे में बातचीत शुरू नहीं करती, तब तक एसोसिएशन सरकार द्वारा गठित समिति में शामिल नहीं होगी।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार स्वास्थ्य मंत्री चो क्यू-होंग ने कहा है कि अगले साल के लिए मेडिकल स्कूल प्रवेश के कोटा में वृद्धि को बदलना असंभव है।
-आईएएनएस
एमकेएस/केआर