दक्षिण कोरिया एआई युग में प्राइवेट क्लाउड इंडस्ट्री का करेगा विस्तार

दक्षिण कोरिया एआई युग में प्राइवेट क्लाउड इंडस्ट्री का करेगा विस्तार

सोल, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। दक्षिण कोरिया प्राइवेट क्लाउड इंडस्ट्री के विस्तार की योजना बना रहा है। विज्ञान मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा है कि दक्षिण कोरिया ग्लोबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युग में दूसरों के मुकाबले खुद को मजबूत बनाने के लिए प्राइवेट क्लाउड कंप्यूटिंग इंडस्ट्री का विस्तार करेगा।

विज्ञान और आईसीटी मंत्रालय ने वैश्विक संस्थाओं के साथ रणनीतिक साझेदारी बनाकर स्थानीय क्लाउड कंपनियों को बढ़ावा देने का ऐलान किया है।

इस साझेदारी का लक्ष्य 2022 से 2027 तक घरेलू क्लाउड बाजार का आकार दोगुना कर 10 ट्रिलियन वॉन (7.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर) करना है।

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय ने बताया है कि दक्षिण कोरिया की क्लाउड टेक्नोलॉजी ग्लोबल लीडर्स की टेक्नोलॉजी से एक वर्ष से अधिक पीछे है। इसके अलावा, देश में एआई क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर भी अभी डेवलप नहीं है।

इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए सरकार प्राइवेट क्लाउड सिस्टम को शिक्षा, फाइनेंस, डिफेंस और दूसरे पब्लिक सेक्टर में लाए जाने की योजना पर काम कर रही है।

सरकार नेटवर्क सेपरेशन रेगुलेशन को आसान बनाना चाहती है। साथ ही एआई और क्लाउड कंपनियों को टैक्स बेनिफिट्स देना चाहती है।

एक स्वदेशी एआई चिप को भी विकसित किया जाएगा, जिसका इस्तेमाल डेटा सेंटर में किया जा सकेगा और यह 1 एक्साफ्लॉप से ​​अधिक क्षमता वाले एक राष्ट्रीय एआई कंप्यूटिंग केंद्र की स्थापना करने के लिए भी काम करेगा।

इसका मतलब एक सुपर कंप्यूटर से होगा, जो प्रति सेकंड कम से कम एक क्विंटिलियन फ्लोटिंग पॉइंट ऑपरेशन की कैलकुलेशन कर सके।

प्राइवेट क्वलाउड इकोसिस्टम को सपोर्ट करने के लिए एक एआई इनोवेशन फंड भी बनाया जाएगा, जिसमें सरकार अगले वर्ष 45 बिलियन वॉन का निवेश करेगी। इसके अलावा, प्राइवेट सेक्टर से भी निवेश को प्रोत्साहित किया जाएगा।

मंत्रालय के अनुसार, दक्षिण कोरिया इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार अनुसंधान संस्थान के तहत एक एआई सेफ्टी रिसर्च इंस्टीट्यूट खोलने की योजना पर भी काम चल रहा है।

सरकार अपनी इस योजना के साथ एआई टेक्नोलॉजी के सुरक्षित विकास और एप्लीकेशन पर ध्यान देगी। साथ ही सरकार का ध्यान लोकल एआई कंपनियों को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने की ओर रहेगा।

–आईएएनएस

एसकेटी/

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