अमेरिका की 'संवेदनशील' देशों की सूची से अपना नाम हटाने की मांग करेगा सोल : दक्षिण कोरियाई उद्योग मंत्री


सोल, 20 मार्च (आईएएनएस)। दक्षिण कोरिया के उद्योग मंत्री ने गुरुवार को कहा कि उनका देश अमेरिकी ऊर्जा विभाग (डीओई) की ‘संवेदनशील’ देशों की सूची से अपना नाम हटाने के लिए कोशिश करेगा और दोनों देशों के बीच ऊर्जा सहयोग को बढ़ावा देगा।

उद्योग मंत्री आह्न डुक-ग्यून ने यह बात तब कही जब वह दो दिन की यात्रा पर वाशिंगटन जा रहे थे। वहां वह अमेरिकी ऊर्जा सचिव क्रिस राइट और वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक समेत अन्य अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, आह्न ने कहा, “हम कई विकल्पों पर विचार करेंगे, जिसमें डीओई की सूची से बाहर होना भी शामिल है, ताकि इस मुद्दे का स्थानीय उद्योगों, दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच तकनीकी सहयोग पर नकारात्मक असर न पड़े।”

उनकी यात्रा इस चिंता के बीच हो रही है कि ऊर्जा विभाग द्वारा दक्षिण कोरिया को ‘संवेदनशील और अन्य नामित देशों की सूची’ में शामिल करने से दोनों देशों के बीच वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग पर नए प्रतिबंध लग सकते हैं। यह यात्रा उनकी पिछली अमेरिकी यात्रा के सिर्फ तीन हफ्ते बाद हो रही है।

आह्न ने कहा, “उद्योग मंत्रालय समझता है कि तकनीकी सुरक्षा के मुद्दों के कारण दक्षिण कोरिया को सूची में शामिल किया गया है।” उन्होंने बताया कि वे अपनी बैठक में राइट के साथ इन मुद्दों पर अमेरिकी प्रशासन की चिंताओं को हल करने की योजना बना रहे हैं।

आह्न ने कहा कि दोनों पक्ष ऊर्जा के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा करेंगे, जैसे परमाणु ऊर्जा संयंत्र, छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर और गैस के मामलों पर।

अगले सप्ताह अलास्का के गवर्नर माइक डनलेवी के साथ अपनी बैठक के बारे में आह्न ने कहा कि वह गैस पाइपलाइन परियोजना के लिए अलास्का सरकार की योजना पर चर्चा करेंगे। वे योजना की आर्थिक व्यवहार्यता का आकलन करेंगे और अगर कोरियाई कंपनियां इसमें भाग लेना चाहती हैं, तो उनकी भूमिका क्या हो सकती है, इस पर भी बात करेंगे।

उन्होंने कहा, “हम देख सकते हैं कि टैरिफ के मामले में अमेरिकी प्रशासन का रुख काफी कड़ा है… इसलिए अगर हमें छूट मिल सकती है, तो हम कोशिश करेंगे, लेकिन अगर नहीं मिलती है, तो हमारी सरकार कोरियाई उद्योगों पर नकारात्मक असर को कम करने के लिए अमेरिका से बातचीत जारी रखेगी।”

–आईएएनएस

एसएचके/एमके


Show More
Back to top button