उत्तरकाशी (उत्तराखंड), 14 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक निर्माणाधीन सुरंग में फंसे 40 मजदूरों को बचाने के लिए बचाव अभियान मंगलवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। पुलिस ने मजदूरों को एक पाइप के जरिए चिंतित परिजनों से बात करने की सुविधा दी।
उत्तरकाशी पुलिस के सीओ प्रशांत कुमार ने फंसे हुए लोगों का मनोबल बढ़ाने के लिए उनमें से कुछ को पाइप के जरिए उनके परिजनों से बात करने की व्यवस्था की।
फंसे हुए लोगों में शामिल कोटद्वार निवासी गंभीर सिंह नेगी ने अपने बेटे से बात की, जिसने उनका हालचाल पूछा और उन्हें बचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
इस बीच, उत्तरकाशी पुलिस नियंत्रण कक्ष दूसरों के परिवारों को स्थिति से अवगत करा रहा है, जबकि फंसे हुए लोगों को भोजन, पानी और ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है।
उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिल्क्यारा और डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा रविवार तड़के भूस्खलन के कारण ढह गया।
सुरंग से मजदूरों को निकालने के लिए 900 मिमी व्यास वाले स्टील पाइप और ड्रिल व बोरिंग मशीनें मौके पर पहुंच गई हैं और राह में आ रही रुकावट वाले ढांचे को काटने का काम शुरू हो गया है।
इस बीच रेस्क्यू ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे एसडीआरएफ कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने मंगलवार को वॉकी-टॉकी के जरिए सुरंग में फंसे मजदूरों से बात की और उनका हालचाल लिया। श्रमिकों ने उन्हें बताया कि वे सभी ठीक हैं और उम्मीद है कि उन्हें जल्द ही बचा लिया जाएगा।
जिला प्रशासन के अनुसार, फंसे हुए 40 मजदूरों में से 15 झारखंड से, तीन बिहार से, चार पश्चिम बंगाल से, दो उत्तराखंड से, एक हिमाचल प्रदेश से, आठ उत्तर प्रदेश से, दो असम से और पांच ओडिशा से हैं।
–आईएएनएस
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