हिमपात ने पर्वतीय राज्यों को दी राहत, पहाड़ों ने ओढ़ी सफेद चादर

हिमपात ने पर्वतीय राज्यों को दी राहत, पहाड़ों ने ओढ़ी सफेद चादर

शीतकाल में लंबे सूखे के बाद पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई बर्फबारी ने पर्वतीय राज्यों को बड़ी राहत दी है। उत्तराखंड में मंगलवार रात से चोटियों पर शुरू हुई बर्फबारी बुधवार को भी जारी रही। हिमाचल प्रदेश के मनाली, डलहौजी व कुफरी में इस मौसम की पहली बर्फबारी हुई। बर्फबारी के कारण अटल टनल को पर्यटकों के लिए बंद करना पड़ा। जम्मू-कश्मीर में ऊंचाई वाली जगहों पर बर्फबारी तो मैदानी इलाकों में बारिश हुई। हरियाणा, पंजाब व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सुबह हवा चली तो दोपहर बाद बारिश ने कंपकंपी बढ़ा दी है।

इन राज्यों में बारिश की चेतावनी

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आने वाले दिनों में हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। पश्चिमी विक्षोभ का असर हरियाणा, दिल्ली एनसीआर और उत्तर प्रदेश जैसे मैदानी इलाकों में भी देखने को मिलेगा, जहां हल्की बारिश हो सकती है। आईएमडी ने आगामी 4 फरवरी तक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में वर्षा व बर्फबारी होने की संभावना जताई है।

उत्तराखंड में नवंबर की शुरुआत में हुई हल्की वर्षा के बाद पूरे शीतकाल में सूखे की स्थिति रही। ताजा पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते मंगलवार देर रात चोटियों पर हल्का हिमपात शुरू हुआ, जो बुधवार को जारी रहा। गंगोत्री-यमुनोत्री सहित हर्षिल घाटी, खरसाली, हरकीदून में बर्फबारी हुई। बदरीनाथ धाम के साथ ही हेमकुंड साहिब, गोरसो, औली की चोटियों पर बर्फबारी हुई।

पिथौरागढ़ के मुनस्यारी की ऊंची चोटियों पर भी जोरदार हिमपात हुआ। देहरादून के चकराता में सीजन की पहली बर्फबारी हुई, जिसका पर्यटकों ने खूब आनंद उठाया। मौसम विभाग ने गुरुवार को भी उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में तीन हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया है।

पर्यटकों ने बर्फबारी का लिया आनंद

हिमपात से अटल टनल बंद हिमाचल में लगभग ढाई महीने बाद वर्षा व हिमपात से लोगों ने राहत महसूस की है। रोहतांग स्थित अटल टनल में दो फीट हिमपात हुई, जिसकी वजह से उसे पर्यटकों के लिए बंद करना पड़ा। लाहुल-स्पीति जिले के दयपुर में सवा फीट, तिंदी में एक फीट व पांगी में आधा फीट हिमपात हुई। मनाली, डलहौजी, कुफरी और नारकंडा में इन सर्दियों में पहली बार हिमपात हुआ। मनाली में पर्यटक बर्फ के फाहों का आनंद लेते रहे। त्रिकुटा पर्वत भी गिरी बर्फकश्मीर के ऊंचाई वाले कई इलाकों में बर्फबारी हुई है, जबकि मैदानी इलाकों में बारिश हुई।

अनंतनाग जिले के कोकरनाग, कुपवाड़ा के हंदवाड़ा और बांडीपोरा के गुरेज में भी हिमपात हुआ। श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर जोजि ला में भी बर्फबारी हुई है। जम्मू संभाग में ऊधमपुर जिले के नत्थाटाप में बर्फबारी हुई। किश्तवाड़-अनंतनाग मार्ग पिछले 15 दिन से बंद चल रहा है। राजौरी व पुंछ में बारिश व हिमपात जारी रहा। कठुआ के पहाड़ भी बर्फ से सफेद हो गए। कटड़ा में माता वैष्णो देवी भवन के त्रिकुटा पर्वत की ऊपरी चोटियों पर दो से तीन इंच बर्फ गिरी है। वर्षा भी हुई है, जिससे कटड़ा से सांझीछत के बीच चलने वाली हेलीकाप्टर सेवा प्रभावित रही। मुगल रोड पर बर्फ और जम गई है, जिससे यह छह दिन से बंद है।

कोहरे के कारण 50 से अधिक उड़ानें और कई ट्रेनें विलंबित

कोहरे के कारण यातायात सेवाओं पर असर पड़ा। दिल्ली में आइजीआइ एयरपोर्ट पर 51 उड़ानें विलंबित हुईं और 11 अन्य रद कर दी गईं। कोहरे के कारण ट्रेनों को विलंब से चलना जारी है। कई महत्वपूर्ण ट्रेनें घंटों देर से दिल्ली पहुंचीं।

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