नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। दिल्ली मेट्रो से जुड़ी एक खबर सामने आ रही है। मेट्रो स्टेशनों पर यात्रियों को किराया भुगतान करने के लिए स्मार्ट कार्ड नहीं मिल रहा है। जिसके चलते मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसा कहा जा रहा है कि स्टेशनों पर स्मार्ट कार्ड के स्थान पर यात्रियों को नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) दिया जा रहा है। जिसकी जानकारी मेट्रो में सफर करने वाले कई यात्रियों को नहीं है।
बताया जा रहा है कि स्टेशनों के कस्टमर केयर काउंटर पर कर्मचारी बताते हैं कि यह कार्ड अब उपलब्ध नहीं है, यहां तक यात्रियों को जबरदस्ती नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड दिए जा रहे हैं।
यात्रियों के मुताबिक यह कार्ड टिकट वेडिंग मशीन के जरिए रिचार्ज नहीं किया जा सकता है, सिर्फ एयरटेल थैंक्स ऐप के माध्यम से ही इस कॉर्ड को रिचार्ज किया जा सकता है। यहां तक कि किसी दूसरे ऐप से यूपीआई के जरिए भी इसे रिचार्ज नहीं कराया जा सकता है। चकित करने वाली बात यह भी है कि एनसीएमसी कार्ड को रिचार्ज को वैलिडेट करने के लिए मशीनें भी नहीं लगी हैं।
कस्टमर केयर सेंटर पर 200 रुपये से कम का रिचार्ज नहीं होता है। ऐसे में जो स्मार्ट फोन यूजर्स नहीं है, उनके लिए और भी मुश्किलें खड़ी होगी।
हालांकि, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने इन सभी दावों को नकारा है। साथ ही बताया कि यात्रियों की मांग पर पुराने स्मार्ट कार्ड भी दिए जा रहे हैं।
डीएमआरसी के मुताबिक, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी कार्ड) तीन तरह के होते हैं। पहला- प्रीपेड कार्ड, जिनका वॉलेट होता है, यह एक तरह से डेबिट कार्ड की तरह ही होता है। यह कार्ड मेट्रो सहित सभी जगहों की पार्किंग में उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा डीएमआरसी ने बताया कि एनसीएमसी कार्ड के जरिए सभी मेट्रो और गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड रेल के किराया का भी भुगतान किया जा सकेगा।
दूसरा पीपीआई कार्ड है, जो देशभर के किसी भी मेट्रो में काम करता है। जबकि, तीसरा डेबिट कार्ड है, जो सिर्फ एयरटेल के अकाउंट वालों को ही मिलता है।
–आईएएनएस
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