कुशल खरीद और सप्लाई चेन सिस्टम भारत की आर्थिक महत्वाकांक्षाओं के केंद्र में : आनंद मिमानी

नई दिल्ली, 7 अगस्त (आईएएनएस)। एसोचैम में लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग काउंसिल के सह-अध्यक्ष और ग्रीनलाइन मोबिलिटी सॉल्यूशन के सीईओ आनंद मिमानी ने गुरुवार को कहा कि कुशल खरीद और सप्लाई चेन सिस्टम भारत की आर्थिक महत्वाकांक्षाओं के केंद्र में हैं। उन्होंने कहा कि ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण के साथ तालमेल बिठाते हुए, अब समय आ गया है कि सप्लाई नेटवर्क को उद्योगों में मजबूती, इनोवेशन और समान पहुंच के प्रवर्तक के रूप में दोबारा इमेजिन किया जाए।
नई दिल्ली में आयोजित भारत के शीर्ष उद्योग मंडल एसोचैम और ब्लू ओशन कॉर्पोरेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इंटरनेशनल प्रोक्योरमेंट एंड सप्लाई चेन कॉन्फ्ररेंस (आईपीएससी) भारत के लॉजिस्टिक्स और खरीद क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ।
ब्लू ओशन कॉर्पोरेशन के ग्रुप सीईओ डॉ. सत्य मेनन ने भारत को वैश्विक नेतृत्व में आगे बढ़ाने के लिए इंटीग्रेटेड, स्कील्ड और टेक पावर्ड सप्लाई चेन की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, “हम भारत के शीर्ष संस्थानों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सप्लाई चेन एजुकेशन के वैश्विक मानक केवल बोर्डरूम तक सीमित न रहें, बल्कि कक्षा से शुरू हों।”
ब्लू ओशन कॉर्पोरेशन के ग्रुप सीओओ, जॉन एलिस ने ब्रिटेन और भारत के बीच गतिशील साझेदारी पर अपने विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा, “ब्रिटेन रणनीति प्रदान करता है, भारत प्रभाव डालता है। यहां हर जगह मुझे लीडर, इनोवेटर और सुधारक दिखाई देते हैं, जो बदलाव का इंतजार नहीं करते, बल्कि बदलाव का हिस्सा बन जाते हैं।”
एसोचैम मैन्युफैक्चरिंग एंड कैपिटल गुड्स काउंसिल के अध्यक्ष विनोद पांडे ने इस बात पर जोर दिया कि भारत का लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन क्षेत्र ‘लागत-आधारित से मूल्य-आधारित’ एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है।
उन्होंने कहा, “विकास में वास्तविक गति लाने के लिए, खरीद को रणनीतिक, सस्टेनेबल और तकनीक-सक्षम बनाना होगा, जिससे भारत को वैश्विक मंच पर आत्मविश्वास से प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिलेगी।”
कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान और ब्लू ओशन कॉर्पोरेशन के बोर्ड सदस्य सौरव गांगुली ने उच्च प्रदर्शन वाले खेलों और कॉर्पोरेट नेतृत्व के बीच आकर्षक समानताएं बताईं।
उन्होंने कहा, “चाहे मैदान पर हो या बोर्डरूम में, सफलता दूरदर्शिता और टीम वर्क में निहित है। भारत में इस क्षेत्र में विश्व स्तर पर नेतृत्व करने की क्षमता है, और यह यात्रा हमारे युवाओं को सशक्त बनाने से शुरू होती है।”
–आईएएनएस
एसकेटी/