निफ्टी का शॉर्ट टर्म रुझान उतार-चढ़ाव से भरा हुआ


नई दिल्ली, 21 जनवरी (आईएएनएस)। निफ्टी 1.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ सप्ताह के अंत में शनिवार को 21,571.80 पर बंद हुआ। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स शनिवार को नई सर्वकालिक ऊंचाई पर बंद होने में कामयाब रहा। सोमवार, 22 जनवरी को व्यापारिक अवकाश रहेगा। महाराष्ट्र सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह को लेकर छुट्टी की घोषणा की है।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च के उप प्रमुख देवर्ष वकील ने कहा है कि निफ्टी ने दैनिक चार्ट पर भी एक मंदी का पैटर्न बनाया है। जब तक निफ्टी 21,850 के प्रतिरोध को पार नहीं कर लेता, तब तक सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि निफ्टी के लिए समर्थन 21,500 और 21,285 पर देखा जा रहा है।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी अनुसंधान विश्लेषक नागराज शेट्टी ने कहा कि साप्ताहिक चार्ट पर निफ्टी मंदी के साथ बंद हुआ, जो साप्ताहिक चार्ट पर मंदी के पैटर्न के गठन का भी संकेत दे रहा है। इसलिए, लंबी अवधि के चार्ट पर लंबे समय के बाद इस तरह की मंदी बाजार में नई ऊंचाई पर बिकवाली के दबाव का संकेत है।

निफ्टी का शॉर्ट टर्म ट्रेंड उतार-चढ़ाव भरा बना हुआ है। शनिवार को मामूली बढ़त के बाद आगे बाजार के लिए कमजोर रुझान का संकेत है। उन्होंने कहा कि उच्च स्तर पर, बाजार को 21,750-21,850 के स्तर के आसपास मजबूत ओवरहेड प्रतिरोध का सामना करना पड़ सकता है और नकारात्मक पक्ष पर निकट अवधि में 21,300 के स्तर पर समर्थन मिल सकता है।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के कारण सोमवार को और गणतंत्र दिवस के अवसर पर शुक्रवार को छुट्टी के चलते ये हफ्ता छोटा है।

उन्होंने कहा, व्यापारियों को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि कमाई का मौसम पूरे जोरों पर होगा। इसके अलावा, बीओजे और ईसीबी की ब्याज दर पर निर्णय अगले सप्ताह यूएस जीडीपी और पीएमआई डेटा के साथ होने वाला है, जिसका वैश्विक दर में दर कटौती पर प्रभाव पड़ेगा।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि कमजोर वैश्विक संकेतों और मिड-कैप और स्मॉल-कैप में हाई वैलुएशन के बीच बाजार में कमजोर प्रदर्शन दिखाई दे रहा है, जिससे निवेशकों का विश्वास कम हो रहा है। मजबूत अमेरिकी खुदरा बिक्री और बढ़ती अमेरिकी बांड यील्ड ने फेड रेट में कटौती की उम्मीदों को कम कर दिया है, जिससे निवेशकों का ध्यान सुरक्षित बांडों पर केंद्रित हो गया है। इसके अलावा, चीन के आर्थिक डेटा ने कमजोर भावना में और योगदान दिया।

उन्होंने कहा कि जहां निजी बैंकों का मुनाफा बाजार की उम्मीदों के अनुरूप है, वहीं निवेशकों ने जमा में उम्मीद से कम वृद्धि और एनआईएम में देखी गई गिरावट के कारण निराशा व्यक्त की है।

उम्मीद से बेहतर नतीजों के कारण आईटी क्षेत्र का बेहतर प्रदर्शन इस सप्ताह के दौरान बैंकिंग स्टॉक में कमजोरी का मुकाबला करने के लिए पर्याप्त नहीं था। उन्होंने कहा कि ब्याज दरों पर चिंता और शुरुआती तीसरी तिमाही के नतीजों से संभावित घरेलू आय में मंदी के संकेत के बीच एफआईआई ने जोखिम-मुक्त रुख बनाए रखा है।

–आईएएनएस

एसकेपी/


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