होटल नीलामी और भ्रष्टाचार के आरोपों का शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने दिया जवाब

मुंबई, 2 जून (आईएएनएस)। शिवसेना नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री संजय शिरसाट ने सोमवार को प्रेस वार्ता में विभिन्न मुद्दों पर अपनी बातें रखीं। उन्होंने संभाजी नगर में एक होटल की नीलामी और अपने बेटे पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का खंडन किया, साथ ही सरकार के कुछ फैसलों पर भी टिप्पणी की।
शिरसाट ने स्पष्ट किया कि संभाजी नगर में जिस होटल की नीलामी की बात हो रही है, वह सात बार पहले नीलामी की प्रक्रिया से गुजर चुकी थी, लेकिन किसी ने उसमें हिस्सा नहीं लिया। आठवीं बार में उनके बेटे और उनके सहयोगियों ने नीलामी में भाग लिया।
उन्होंने बताया कि नीलामी की प्रक्रिया पारदर्शी थी। बोली लगाने के लिए नाममात्र राशि जमा करनी होती है, फिर कोर्ट द्वारा निर्धारित कीमत का 25 फीसदी हिस्सा जमा कराना पड़ता है। 90 दिनों के भीतर बाकी 75 फीसदी राशि जमा करने पर संपत्ति खरीदार के नाम होती है। यह संपत्ति 110 करोड़ रुपए की बताई जा रही थी, लेकिन कोर्ट ने 67 करोड़ रुपए की कीमत तय की।
उन्होंने चुनौती दी कि जो लोग इसे 110 करोड़ में खरीदने की बात कर रहे हैं, वे नीलामी में हिस्सा लें और इसे खरीदकर दिखाएं। उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि कुछ लोग उनके और उनके परिवार के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं।
शिरसाट ने कहा, “अगर कोई मराठी व्यक्ति को बड़ा बनने से रोकना चाहता है या दलाली के लिए काम कर रहा है, तो यह नीचता है। मैं इसका जवाब दूंगा।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि व्यवसाय और राजनीति को अलग रखा जाना चाहिए। उन्होंने उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार में बड़े नेता आपस में चर्चा कर मुद्दों का समाधान करते हैं। उन्होंने फैसले का स्वागत किया, जिसमें 3 से 8 तारीख तक पशु बाजार बंद रखने का निर्देश दिया गया है।
शिरसाट ने कहा कि मुख्यमंत्री इस पर उचित फैसला लेंगे और सभी पहलुओं पर विचार किया जाएगा। उन्होंने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि वे मराठी अस्मिता और विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने आलोचकों को चेतावनी दी कि दुष्प्रचार करने वालों को करारा जवाब मिलेगा।
–आईएएनएस
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