ब्राजील और अमेरिका के सांसदों को बताएंगे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का महत्व : शशांक मणि त्रिपाठी

देवरिया, 19 मई (आईएएनएस)। केंद्र सरकार द्वारा विदेश जाने वाले सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडलों में भाजपा सांसद शशांक मणि त्रिपाठी का भी नाम है। उन्होंने इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल करने को लेकर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रतिनिधिमंडल अमेरिका, ब्राजील, पनामा, कोलंबिया और गुयाना का दौरा कर रहा है, जहां हम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में जानकारी देंगे।
भाजपा सांसद शशांक मणि ने एक बयान में कहा, “मैं वास्तव में अभिभूत हूं कि प्रधानमंत्री, पीएमओ और किरेन रिजिजू ने मेरे नाम को मंजूरी दी। मैं शशि थरूर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हूं, जो विदेश मंत्रालय की चयन समिति के अध्यक्ष और स्थायी सदस्य हैं। हमारा प्रतिनिधिमंडल संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील, पनामा, कोलंबिया और गुयाना का दौरा कर रहा है। मेरा मानना है कि ब्राजील और अमेरिका विशेष रूप से प्रभावशाली देश हैं और उनके सांसदों के साथ बैठक करके हम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के महत्व को समझाएंगे कि हमने इसे क्यों शुरू किया और इसका क्या प्रभाव होगा।”
उन्होंने कहा, “मैं यह भी बताना चाहता हूं कि हम लोग तिरंगा यात्रा के माध्यम से अपने सैन्य बलों का मनोबल बढ़ा रहे हैं। साथ ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को जनता के बीच ले जाने का काम कर रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि विदेश दौरे पर जाकर वहां के लोगों को हम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में समझा पाएंगे, ताकि भारत का प्रभाव और भी सफल हो।”
बता दें कि कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल अमेरिका, पनामा, गुयाना, ब्राजील और कोलंबिया में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा। प्रतिनिधिमंडल में एलजेपी (रामविलास) सांसद शांभवी, जेएमएम के डॉ. सरफराज अहमद, टीडीपी के जी.एम. हरीश बालयोगी, भाजपा के शशांक मणि त्रिपाठी और भुवनेश्वर कलिता और शिवसेना के मिलिंद देवड़ा शामिल हैं। अमेरिका में पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू और भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या भी शामिल हैं।
भारत सरकार ने पाकिस्तान के आतंकवाद से संबंध उजागर करने और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में बताने के लिए सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों की पूरी सूची घोषित की है।
विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, “ऑपरेशन सिंदूर और भारत के सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ निरंतर संघर्ष के संदर्भ में सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल इस महीने के अंत में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों सहित प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करने वाले हैं।”
–आईएएनएस
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