नई दिल्ली, 30 जनवरी (आईएएनएस)। फिल्म इंडस्ट्री को कई सफल फिल्में देने वाले अभिनेता शाहिद कपूर अपने लुक को लेकर बेफिक्र रहते हैं। प्रयोगधर्मी अभिनेता ने अपकमिंग फिल्म ‘देवा’ को ढेरों कोशिशों का नतीजा बताया।
आईएएनएस से खास बातचीत में शाहिद ने कहा, “ ‘देवा’ बड़े पर्दे पर देखने वाली फिल्म है। न केवल किरदार, बल्कि फिल्म की दुनिया कुछ ऐसी है जिसका अनुभव थिएटर में ही किया जाना चाहिए। ‘देवा’ 31 जनवरी को रिलीज हो रही है, जिसके निर्माण में काफी प्रयास के साथ कड़ी मेहनत और भावनाएं भी शामिल हैं।”
शाहिद का मानना है कि अपने काम से प्यार करते हैं तो उसके लिए आप हर हाल में तैयार रहते हैं और मेहनत करने से पीछे नहीं हटते हैं।
एक्टर ने कहा, “अगर आप अपने काम से प्यार करते हैं, तो कोई भी काम मुश्किल नहीं है और उससे जुड़ी मेहनत भी आसान बन जाती है। आप यह बात समझने लगते हैं।”
अभिनेता ने कहा, “मैं कहूंगा कि काम को पूरा करने के लिए जो भी करना पड़े, करें। लेकिन मुझे लगता है कि कभी-कभी लोग सोचते हैं कि एक पेशेवर अभिनेता है, तो ज्यादा मेहनत की जरूरत नहीं होती होगी, और ऐसी सोच कुछ अभिनेता भी रखते हैं। लेकिन मैं ऐसी मानसिकता बिल्कुल नहीं रखता। मुझे लगता है कि यह एक काम है और आपको पेशेवर रूप से यह जानना चाहिए कि इसे कैसे करना है। लेकिन आपको इसे सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए फोकस करना होगा और अपना शत-प्रतिशत देना होगा।”
शाहिद कई सफल फिल्मों का हिस्सा रह चुके हैं। उन्होंने साल 2003 में ‘इश्क-विश्क’ से डेब्यू के बाद ‘विवाह’, ‘फटा पोस्टर निकला हीरो’, ‘जब वी मेट’, ‘हैदर’, ‘उड़ता पंजाब’, ‘कबीर सिंह’ और ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ जैसी फिल्मों में यादगार किरदार निभाए हैं।
शाहिद हर किरदार को अपने खास अंदाज में निभाने में सहजता महसूस करते हैं और उन्होंने स्क्रीन पर हर प्रदर्शन के साथ खुद को और बेहतर बनाया है। उन्होंने बताया कि वह इसकी तैयारी कैसे करते हैं?
अभिनेता ने कहा, “मुझे लगता है कि यह एक ऐसा सफर है जो एक अभिनेता के तौर पर आपके लिए निजी होता है और निश्चित रूप से यह दर्शकों को थिएटर में आने पर एक शानदार अनुभव देने की चाहत का एक मजबूत हिस्सा भी होता है।”
उन्होंने कहा, “समय के साथ और कोविड के बाद काफी बदलाव आ चुका है। अब लोग घरों पर रहकर (ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर) फिल्म या शो देखना पसंद करते हैं। हम सभी कलाकारों ने इस बात को पहचान लिया है कि अब दर्शकों को थिएटर में लाना उतना आसान नहीं है, जितना कोविड से पहले हुआ करता था। इसलिए हम इस बात से वाकिफ हैं और दर्शकों को ‘देवा’ के रूप में एक शानदार अनुभव देना चाहते हैं।”
–आईएएनएस
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