सावरकर कोई धार्मिक आदमी नहीं थे, वह जो खाते-पीते थे वो भाजपा को हजम नहीं होगा : राशिद अल्वी


नई दिल्ली, 15 मार्च (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने शनिवार को आईएएनएस से बात की और कई प्रमुख सवालों के जवाब दिए। उन्होंने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी द्वारा वीर सावरकर के बहाने आरएसएस और भाजपा पर निशाना साधने पर भी प्रतिक्रिया दी। राशिद अल्वी ने कहा कि सावरकर कोई धार्मिक आदमी नहीं थे और उनका खान-पाना भाजपा को हजम नहीं हो पाएगा। लेकिन आज की तारीख में इतिहास के इन पन्नों को खोलने का कोई मतलब नहीं है।

असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि सरकार मस्जिद और दरगाह को छीन सकती है, इसलिए वक्फ कानून लाया जा रहा है। अल्वी ने इस पर कहा, “वक्फ बोर्ड का जो संशोधन आ रहा है, उसके जरिए सरकार दरगाहों और मस्जिदों की संपत्तियों को छीन सकती है, इसलिए यह कानून लाया जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है और यह असंवैधानिक है।”

असदुद्दीन ओवैसी के ‘जो डरपोक थे पाकिस्तान भाग गए’ बयान के सवाल पर राशिद अल्वी ने कहा कि जब भारत का बंटवारा हुआ था, उससे पहले बड़ी तादाद में लोगों ने मुस्लिम लीग को भी वोट दिया था। जिन लोगों ने मुस्लिम लीग को वोट दिया था वो पाकिस्तान चले गए। कांग्रेस ने कभी यह नहीं कहा कि वह सिर्फ हिंदुओं की पार्टी है। कांग्रेस जब जिन्ना से लड़ाई लड़ रही थी, उस वक्त भी कहा था कि कांग्रेस हिंदू और मुसलमान दोनों की पार्टी है। यही कारण है कि मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, पंडित जवाहरलाल नेहरू जैसे नेताओं ने मुसलमानों से यह वादा किया था कि पाकिस्तान जाने की जरूरत नहीं है। हिंदुस्तान के अंदर हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई के बराबर के अधिकार होंगे। इसलिए सब लोग एक साथ रह रहे हैं।

कर्नाटक में एक नर्स की मौत के बाद सांप्रदायिक तनाव फैल गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नर्स की हत्या की पुष्टि हुई है। मामले को भाजपा नेता बसवराज बोम्मई ने ‘लव जिहाद’ करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद से इस तरह की घटनाएं बढ़ी हैं। इस सवाल के जवाब में कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा के नेताओं को इस तरह के दावों के पक्ष में सबूत देने चाहिए। यदि वे सबूत न दें, तो उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। लव जिहाद का मतलब भी उन्हें बताना चाहिए।

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में दो गुटों के बीच हिंसक झड़प के बाद इंटरनेट सेवाओं के निलंबन को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि इस तरह की कोई भी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। उसके लिए निश्चित तौर पर वहां की सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में तो भाजपा ने पूरी कोशिश की, लेकिन हिंदू और मुसलमान भाइयों की समझदारी से होली भी मनाई गई और जुमे की नमाज भी शांतिपूर्ण तरीके से अदा की गई।

आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने कहा कि देश में दो नहीं, अनेक भाषाओं की जरूरत है। हिंदी भाषा के नाम पर एमके स्टालिन राजनीति कर रहे हैं। इस सवाल के जवाब में कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि जो कोई हिंदी की मुखालफत करता है, वो भी राजनीति से प्रेरित है। हिंदी को जो थोपने की बात करता है, लागू करने की बात करता है, वो भी राजनीति करता है। हमारे देश के अंदर सैकड़ों भाषाएं हैं। हमें सबकी इज्जत करनी चाहिए। यह जरूरी है कि उत्तर भारत के लोगों को दक्षिण की भाषाएं सीखनी चाहिए और दक्षिण के लोगों को उत्तर की भाषाएं सीखनी चाहिए। लेकिन यह तभी संभव है जब उत्तर भारत के लोग पहला कदम उठाएं और दक्षिण की भाषाएं सीखनी शुरू करें।

–आईएएनएस

एफजेड/एएस


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