लालच देकर धर्म परिवर्तन कराना गंभीर अपराध : संजय निरुपम

मुंबई, 15 जुलाई (आईएएनएस)। छांगुर बाबा मामले पर शिवसेना नेता संजय निरुपम ने उत्तर प्रदेश सरकार की कार्रवाई की सराहना की। संजय निरुपम ने धर्म परिवर्तन को देश में गंभीर अपराध बताया। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण के मामलों में कठोर कार्रवाई कर कड़ा संदेश देना जरूरी है।
शिवसेना नेता संजय निरुपम ने कहा, “जबरन या किसी को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराना एक गंभीर अपराध है। छांगुर बाबा पर लगे आरोप मामूली नहीं हैं। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे में योगी सरकार ने जो कदम उठाए हैं, वे सराहनीय हैं। समाज में ऐसे अपराधियों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। जबरन धर्मांतरण के मामलों में कठोर कार्रवाई कर समाज में कड़ा संदेश देना जरूरी है।”
संजय निरुपम ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में कोर्ट के फैसले का पूरे देश को इंतजार है। ईडी ने गांधी परिवार पर करीब दो हजार करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग के गंभीर आरोप लगाए हैं। नेशनल हेराल्ड के नाम पर इतनी बड़ी राशि का लेनदेन सामान्य बात नहीं है। कांग्रेस और गांधी परिवार बार-बार दावा कर रहे हैं कि इसमें कोई मनी लॉन्ड्रिंग नहीं हुई, लेकिन अब सच्चाई कोर्ट के फैसले से सामने आएगी। इस मामले में कोर्ट का निर्णय बेहद महत्वपूर्ण है और सबकी नजरें उस पर हैं।
बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण मामले पर संजय निरुपम ने कहा कि बिहार में चुनाव से पहले मतदाता सूची की विशेष सघन जांच बेहद जरूरी है। यह अभियान इसलिए चल रहा है ताकि पता चल सके कि कितने फर्जी वोटर सूची में शामिल हैं। खासकर वे लोग जो बांग्लादेश, म्यांमार या अन्य देशों से आकर अवैध रूप से बिहार में बस गए और स्थानीय नेताओं ने उन्हें वोट बैंक बनाने के लिए सूची में जोड़ दिया। चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक करीब 35 लाख ऐसे नाम हटाए जा सकते हैं। यह देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए बड़ी चिंता का विषय है।
शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष से वापस लौटने पर निरुपम ने कहा कि यह पूरे देश के लिए गर्व की बात है। राकेश शर्मा के बाद अब शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष से सकुशल लौटे हैं। उनके साथ पूरी टीम का सुरक्षित वापस आना हमारे लिए खुशी का विषय है। पूरा देश उनके स्वागत को उत्साहित है और शुक्ला पर हमें गर्व है। यह भारत के अंतरिक्ष इतिहास में एक और गौरवपूर्ण क्षण है।
उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा एक पवित्र धार्मिक यात्रा है, जिसमें लाखों श्रद्धालु भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलते हैं। ऐसे में उनकी सेवा और सुविधा में पूर्ण शुद्धता का ध्यान रखना जरूरी है। सरकार को चाहिए कि रास्ते में लगने वाली दुकानों की पहचान सुनिश्चित करे और दुकानदार अपनी पहचान बताएं। क्यूआर कोड जैसी व्यवस्था से भी पारदर्शिता बनी रहेगी।
–आईएएनएस
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