सैम पित्रोदा अपने गैर-जिम्मेदाराना बयानों के लिए जाने जाते हैं : श्रीराज नायर


मुंबई, 20 सितंबर (आईएएनएस)। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीराज नायर ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा के ‘पाकिस्तान मुझे घर जैसा लगता है’ वाले बयान पर हमला बोला। उन्‍होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सैम पित्रोदा अपने गैर-जिम्मेदाराना बयानों के लिए जाने जाते हैं।

श्रीराज नायर ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा कि इससे पहले भी पित्रोदा ने कई बार ऐसी टिप्पणियां की हैं, जिनका खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ा है। उन्होंने हाल ही में पाकिस्तान और बांग्लादेश को लेकर टिप्पणी की। अमेरिका में बैठकर बयान देना आसान है, लेकिन अगर हिम्मत है तो वहां जाकर देखें। उनके बयान हमेशा मजाक और आलोचना का विषय बने हैं और इससे कांग्रेस को नुकसान हुआ है। पित्रोदा अपनी भूलों को बार-बार दोहराते हैं।

श्रीराज नायर ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की ‘जनरेशन जेड’ वाली टिप्पणी पर कहा कि जनरेशन जेड के संबंध में राहुल गांधी का बयान बेहद निराशाजनक और चिंताजनक है। उन्होंने बताया कि भारत का संविधान सभी नागरिकों के लिए मार्गदर्शक है और सरकार भी संविधान के आधार पर कार्य करती है। भारत की तुलना किसी अन्य देश या राज्य से करना उचित नहीं है। नायर ने स्पष्ट किया कि भारत में न्याय व्यवस्था मजबूत है और किसी भी प्रकार की हिंसा स्वीकार्य नहीं है। हर व्यक्ति को अपने बयान सोच-समझकर देने चाहिए। देश में शांति और कानून का पालन सभी नागरिकों और सरकार की जिम्मेदारी है।

उन्होंने यासीन मलिक के हलफनामे को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्‍होंने कहा कि यासीन मलिक एक खूंखार आतंकवादी है, जिसने कश्मीर में हजारों निर्दोषों की जान ली। इसी तरह हाफिज सईद मुंबई धमाकों के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार के दौरान आतंकवादियों को अप्रत्यक्ष रूप से संरक्षण और स्वागत मिला। तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात आईबी के कहने पर हुई थी।

नायर ने कहा कि कांग्रेस ने मुस्लिम वोट बैंक को देखते हुए आतंकवादियों को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से प्रोत्साहित किया। यह तुष्टीकरण की राजनीति देश और सुरक्षा के लिए खतरा है।

दिल्ली में होने वाली रामलीला को इस बार सौ साल पूरे हो जाएंगे। इसको लेकर नायर ने कहा कि रामायण सदियों से भगवान श्रीराम की लीलाओं पर आधारित होकर देश-विदेश में मंचित होती रही है। भगवान श्रीराम, जिन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है, सभी के लिए आदर्श हैं, इसलिए रामायण में जो भी कलाकार किरदार निभाते हैं, उनकी छवि स्वच्छ और आदर्श होनी चाहिए। राजनीति और रामायण दो अलग विषय हैं। राजनीति में भ्रष्ट लोग हो सकते हैं, परंतु रामायण करोड़ों हिंदुओं की आस्था का विषय है। इसलिए आयोजकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि रामायण के सभी पात्रों की छवि पवित्र और सम्मानजनक बनी रहे।

–आईएएनएस

एएसएच/डीकेपी


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