सैचीरोम ने 'द आर्ट ऑफ फ्रेगरेंस' पहल शुरू करने के लिए विजुअल आर्टिस्ट नूपुर कुंडू के साथ मिलाया हाथ

सैचीरोम ने 'द आर्ट ऑफ फ्रेगरेंस' पहल शुरू करने के लिए विजुअल आर्टिस्ट नूपुर कुंडू के साथ मिलाया हाथ

नई दिल्ली, 19 जनवरी (आईएएनएस)। भारत की लीडिंग फ्रेगरेंस और फ्लेवर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी सैचीरोम ने ‘द आर्ट ऑफ फ्रेगरेंस’ पहल शुरू करने के लिए फेमस विजुअल आर्टिस्ट नूपुर कुंडू के साथ हाथ मिलाया है। इसका उद्देश्य विजुअल आर्ट और फ्रेगरेंस क्रिएशन का मिश्रण करना, सेंट्स और आर्टवर्क के बीच इमोशनल कनेक्शन को बढ़ावा देना है।

भारत के तेजी से बढ़ते ‘फ्रेगरेंस एंड फ्लेवर’ (एफ एंड एफ) इंडस्ट्री के बीच, जिसकी वैल्यू वर्तमान में 900 मिलियन डॉलर से ज्यादा है, नूपुर कुंडू के साथ सैचीरोम की पार्टनरशिप उपभोक्ताओं की बदलती प्राथमिकताओं का लाभ उठाने के लिए एक रणनीतिक कदम का संकेत देती है। मार्केट रिसर्च फर्म आईएमएआरसी को उम्मीद है कि बढ़ती खर्च योग्य आय और बदलती जीवनशैली विकल्पों के चलते भारतीय ‘एफ एंड एफ’ बाजार 2028 तक लगभग 1.5 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा।

पार्टनरशिप पर अपने विचार व्यक्त करते हुए, सैचीरोम के चीफ परफ्यूमर और मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज अरोड़ा ने कहा, ”परफ्यूमरी को लंबे समय से आर्ट फॉर्म में स्वीकार किया गया है। ग्लोबल लेवल पर कलाकार नूपुर के साथ हमारा सहयोग ऑल्फैक्ट्री और विजुअल सेंस के बीच तालमेल को उजागर करने के लिए हमारे दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करता है।”

इस पहल का उद्घाटन भारत के सबसे बड़े आर्ट ऑक्शन हाउस, सैफ्रनआर्ट के संस्थापक दिनेश वजीरानी ने मुंबई की जहांगीर आर्ट गैलरी में किया।

ग्रांट थॉर्नटन भारत और इंडियन आर्ट इन्वेस्टर द्वारा ‘स्टेट ऑफ द इंडियन आर्ट मार्केट रिपोर्ट वित्त वर्ष 23’ के अनुसार, पिछले साल की तुलना में कारोबार में 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और आर्टवर्क की बिक्री में 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह ऑक्शन के मामले में वित्त वर्ष 2023 को इंडियन आर्ट मार्केट के लिए सबसे सफल साल बनाता है।

अरोड़ा के अनुसार, भारत में लग्जरी प्रोडक्ट्स की बढ़ती मांग आर्ट मार्केट के लिए अवसर पैदा करती है। मिलेनियल्स और जेनरेशन जेड, व्यक्तिगत अभिव्यक्ति के साधन के रूप में कंटेम्पररी आर्ट और फ्रेगरेंस की ओर रुख कर रहे हैं।

सरोजिनी नायडू इंटरनेशनल अवॉर्ड की विजेता नूपुर कुंडू ने आर्ट और फ्रेगरेंस दोनों को एक नया पर्सपेक्टिव प्रदान करने की पहल के उद्देश्य पर बात की।

उन्होंने आर्ट के अद्भुत कामों के प्रति युवा पीढ़ी के रुझान पर जोर दिया, जो उनके इमोशन्स से मेल खाता है।

उन्होंने कहा, “आर्ट और फ्रेगरेंस का एक्सपीरियंस प्रत्येक व्यक्ति द्वारा विशिष्ट रूप से किया जाता है, और पेटिंग्स की व्याख्या प्राप्तकर्ता पर छोड़ दी जानी चाहिए।”

सैचीरोम ने हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात में रिसर्च एंड इनोवेशन सेंटर, एप्लिकेशन लैब, इवेलुएशन सेंटर, सेल्स ऑफिस और वायरहाउस स्थापित करने के लिए 5 मिलियन डॉलर की निवेश योजना की घोषणा की है।

इसके अलावा, कंपनी जेवर एयरपोर्ट के पास वाईईआईडीए में अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधा की तैयारी कर रही है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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