मध्य प्रदेश के अनुसूचित जाति और जनजाति के बच्चों का हक दलालों की जेब में : कमलनाथ

भोपाल, 10 नवंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने अनुसूचित जाति और जनजाति के बच्चों का हक दलाल और माफियाओं की जेब में जाने का आरोप लगाया है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि मध्य प्रदेश में अनुसूचित जाति और जनजाति (एससी-एसटी) के गरीब छात्रों को मिलने वाला स्कॉलरशिप का पैसा शिक्षा माफिया, प्राइवेट कॉलेज प्रबंधन और दलालों के एक संगठित रैकेट की जेब में जा रहा है। यह एक ऐसा महाघोटाला है, जिसमें छात्रों को मुफ्त डिग्री का सपना दिखाकर उनके भविष्य और सरकारी खजाने, दोनों पर एक साथ डाका डाला जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि ये निजी कॉलेज अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों के बैंक अकाउंट , एटीएम आदि अपने पास रखते हैं और जैसे ही स्कॉलरशिप का पैसा उनके खाते में आता है, उसे ये प्राइवेट कॉलेज निकाल लेते हैं।
राज्य में अनुसूचित जाति और जनजाति पर हो रहे अत्याचार का आरोप लगाते हुए कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश पहले एससी और एसटी समुदाय पर अत्याचार के मामले में बदनाम है और अब यह खुलासा होना कि एससी और एसटी के छात्रों की स्कॉलरशिप भी हड़प ली जा रही है, यह बताता है कि भाजपा के राज में दलितों और आदिवासियों का जीना मुहाल हो गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य सरकार से मांग की है कि तत्काल इस पूरे मामले की विस्तृत जांच कराए और दलित और आदिवासी छात्रों की छात्रवृत्ति लूटने वाले गैंग का पर्दाफाश कर कानूनी कार्रवाई करे। राज्य में कांग्रेस लगातार सरकार पर अनुसूचित जाति व जनजाति के अलावा महिलाओं के साथ हो रही ज्यादती की वारदातों को लेकर लगातार हमलावर है।
उसी क्रम में अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार को घेरा है। उन्होंने इस वर्ग के छात्रों को सरकार की ओर से दिया जाने वाला लाभ न मिलने का आरोप लगाया, साथ ही दलाल व माफियाओं के सक्रिय होने का भी आरोप लगाया गया है।
–आईएएनएस
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