नई दिल्ली, 19 जनवरी (आईएएनएस)। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के मस्तिष्क में बदलाव को लेकर एक नई रिसर्च में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इस अध्ययन में पाया गया कि महिलाओं के मस्तिष्क के 94 प्रतिशत ग्रे मैटर में बदलाव होता है।
स्पेन की यूनिवर्सिटैट ऑटोनोमा डी बार्सिलोना (यूएबी) की टीम ने पहली बार न्यूरो-इमेजिंग तकनीक का उपयोग करके महिलाओं के मस्तिष्क का विश्लेषण किया। उन्होंने पाया कि गर्भावस्था के दौरान मस्तिष्क के 94 प्रतिशत ग्रे मैटर का लगभग 5% हिस्सा कम हो जाता है, जो बच्चे के जन्म के बाद आंशिक रूप से वापस आ जाता है। ये बदलाव खासतौर पर मस्तिष्क के उन हिस्सों में होते हैं जो सामाजिक समझ (सोशल कॉग्निशन) से जुड़े होते हैं।
यह शोध नेचर कम्युनिकेशंस जर्नल में प्रकाशित हुआ है। इसमें उन महिलाओं को भी शामिल किया गया, जो गर्भवती नहीं थीं। यूएबी, ग्रेगोरियो मारनोन हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट और हॉस्पिटल डेल मार रिसर्च इंस्टीट्यूट के शोधकर्ता अन्य प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ मिलकर अध्ययन का हिस्सा थे।
शोधकर्ताओं ने बताया कि गर्भावस्था और उसके बाद के समय में मस्तिष्क में महत्वपूर्ण बदलाव होते हैं। ये बदलाव गर्भावस्था के दौरान होने वाले हार्मोनल परिवर्तनों और माताओं की मानसिक स्थिति से गहराई से जुड़े हुए हैं।
शोध में पाया गया कि पहली गर्भावस्था के दौरान, मस्तिष्क में ग्रे मैटर 4.9 प्रतिशत तक कम हो जाता है, और प्रसव के बाद की अवधि के दौरान आंशिक रूप से ठीक हो जाता है।
अध्ययन में कहा गया, “मस्तिष्क के 94 प्रतिशत हिस्सों में ये परिवर्तन देखे जाते हैं, जो विशेष रूप से सामाजिक समझ से जुड़े क्षेत्रों में प्रमुख होते हैं।”
गर्भावस्था के दौरान दो प्रमुख एस्ट्रोजन हार्मोन में बड़ा उतार-चढ़ाव होता है। ये हार्मोन गर्भावस्था के दौरान तेजी से बढ़ते हैं और डिलीवरी के बाद सामान्य स्तर पर आ जाते हैं।
शोधकर्ताओं ने पाया कि एस्ट्रोजन के स्तर में अधिक वृद्धि और बाद में कमी मस्तिष्क ग्रे मैटर की मात्रा में अधिक कमी और उसके बाद रिकवरी से जुड़ी है। यह अध्ययन दर्शाता है कि गर्भावस्था और बच्चे के जन्म के बाद का समय महिलाओं के मस्तिष्क में कई बदलाव लाता है।
–आईएएनएस
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