रेमल चक्रवात ने असम में भी मचाई तबाही, भारी बारिश से 2 की मौत और 17 घायल

रेमल चक्रवात ने असम में भी मचाई तबाही, भारी बारिश से 2 की मौत और 17 घायल

चक्रवाती तूफान रेमल ने पश्चिम बंगाल के साथ उत्तर पूर्वी के भी कई राज्यों में भारी तबाही मचाई। असम में तूफान के चलते तेज हवाओं और भारी बारिश से दो लोगों की की मौत हो गई एवं 17 अन्य लोग घायल हो गए।

राज्य के अधिकारियों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि लखीमपुर जिले के गेरूकामुख में निर्माणाधीन लोअर सुबनसिरी जलविद्युत परियोजना में लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन में पुतुल गोगोई नाम के एक व्यक्ति की मौत हो गई।

पेड़ गिरने से छात्र की मौत

वहीं एक अन्य घटना में मोरीगांव जिले के दिघलबोरी में ऑटो-रिक्शा पर एक पेड़ गिरने से 17 वर्षीय कॉलेज छात्र की मौत हो गई। मृतक छात्र की पहचान पहचान कौशिक बोरदोलोई एम्फी के रूप में हुई है। अधिकारियों के मुताबिक रिक्शा में चार अन्य व्यक्ति भी थे जो घायल हो गए।

इसके अलावा सोनितपुर जिले के ढेकियाजुली में एक स्कूल बस पर एक पेड़ गिर गया, जिसकी वजह से 12 बच्चे घायल हो गए। उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं कामरूप जिले के पलाशबाड़ी इलाके में एक व्यक्ति गिरते पेड़ से बचने की कोशिश में घायल हो गया।

मुख्यमंत्री ने की अपील

खराब मौसम को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि यह जारी रहने की उम्मीद है। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘मैंने अधिकारियों को जल्द से जल्द आपात स्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहने का निर्देश दिया है। नागरिकों से अनुरोध है कि जब तक कोई आपात स्थिति न हो, वे बाहर न निकलें और सुरक्षित रहें। हम स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं।’

उन्होंने आगे लिखा, ‘लगातार बारिश और तूफानी हवाओं के कारण कपिरचेर्रा (एनएच-27, हाफलोंग से सिलचर) और थेरेबसाती (उमरंगसो-देहांगी रोड) में भूस्खलन हुआ है। यातायात बाधित एवं प्रतिबंधित है। हाफलोंग में बीएसएनएल का एक टावर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है और लोगों को निकालने के प्रयास जारी हैं। हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं।’

आईएमडी की चेतावनी

चक्रवाती तूफान के चलते कई जगहों पर स्कूल एवं अन्य शैक्षणिक संस्थान भी बंद कर दिए गए हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चेतावनी दी है कि चक्रवात के प्रभाव के रूप में राज्य में अत्यधिक भारी वर्षा होगी। मौसम की वजह से गुवाहाटी, जोरहाट, तेजपुर, मोरीगांव, धुबरी, गोलपारा, दक्षिण सालमारा, बारपेटा, कछार और करीमगंज जिलों में नौका सेवाएं भी रोक दी गईं हैं

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