रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा और राम मंदिर निर्माण पर मुस्लिम देशों के संगठन ओआईसी ने आपत्ति जताई है। ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन ने एक पोस्ट करते हुए लिखा कि ओआईसी के महासचिव ने भारत के अयोध्या में पहले से बनी बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर हाल ही में बनी राम मंदिर के निर्माण पर गंभीर चिंता व्यक्त की। इससे पहले पाकिस्तान ने भी प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के खिलाफ जहर उगला था।
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पर दुनियाभर के ज्यादातर देशों ने खुशी जाहिर की। हालांकि, इस्लामिक देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन ने राम मंदिर के निर्माण की निंदा की है। ओआईसी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि इस्लामिक स्थल (बाबरी मस्जिद) को ध्वस्त कर बनाई गई इस मंदिर की हम निंदा करते हैं।
प्राण-प्रतिष्ठा पर ओआईसी ने जताई आपत्ति
57 देशों के मुस्लिम संगठन, ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट किया। पोस्ट में महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा के हवाले से संगठन ने कहा,”ओआईसी के महासचिव ने भारत के अयोध्या में पहले से बनी बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर हाल ही में बनी राम मंदिर के निर्माण और उद्घाटन पर गंभीर चिंता व्यक्त की है।”
पाकिस्तान ने भी राम मंदिर उद्घाटन पर उगला जहर
इससे पहले सोमवार को पाकिस्तान ने भी प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के खिलाफ जहर उगला था। पाकिस्तान ने कहा कि ‘भारत में ‘हिंदुत्व’ विचारधारा का बढ़ता धार्मिक सद्भाव और क्षेत्रीय शांति के लिए गंभीर खतरा है।’ इसके अलावा पाकिस्तान ने भारत सरकार से मुसलमानों सहित धार्मिक अल्पसंख्यकों और उनके पवित्र स्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को भी कहा है।
ओआईसी का भारत सदस्य नहीं
ओआईसी 57 देशों वाला एक संगठन है। ओआईसी में खाड़ी देश सऊदी अरब और उसके सहयोगी देशों का दबदबा है। बता दें कि ओआईसी में भारत का कोई सदस्य नहीं है, न ही भारत को पर्यवेक्षक का दर्जा मिला है। इस मंच के जरिए पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ जहर उगलता आया है।