बरेली: फोन पर खुद को अमित शाह बताने वाले रविंद्र को हुई जेल

बरेली: फोन पर खुद को अमित शाह बताने वाले रविंद्र को हुई जेल

नवाबगंज के युवक ने फोन पर खुद को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बताकर भाजपा के पूर्व विधायक से ठगी करने की कोशिश की। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया है। उसका साथी शाहिद फरार है। शाहिद लखनऊ के एक विधायक से एक करोड़ रुपये ठग चुका है।

बरेली के नवाबगंज में खुद को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बताकर लोकसभा चुनाव में टिकट दिलाने का झांसा देने वाले रविंद्र मौर्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसने पीलीभीत के बरखेड़ा से भाजपा के पूर्व विधायक किशनलाल राजपूत को कॉल करके रुपयों की मांग की थी। रविंद्र के साथी शाहिद की तलाश की जा रही है। शाहिद ने लखनऊ के एक विधायक से एक करोड़ रुपये की ठगी की थी।

किशनलाल ने पुलिस से शिकायत करते हुए वह नंबर भी बताया था, जिससे उनके पास नौ बार कॉल आई थी। शिकायत के मुताबिक कॉल करने वाले ने अपना नाम अमित शाह बताया। लोकसभा चुनाव में टिकट दिलाने का झांसा देकर रुपयों की मांग की। जांच में सामने आया कि कॉल करने वाले युवक का नाम रविंद्र मौर्य है।

वह नवाबगंज के ही समूहा गांव का रहने वाला है। इसके बाद पूछताछ के लिए उसे थाने बुलाया गया। पूछताछ में रविंद्र ने जुर्म कबूल कर लिया। उसने अपने साथी का नाम शाहिद बताया। इंस्पेक्टर क्राइम विनोद कुमार के मुताबिक रविंद्र और शाहिद गिरोह बनाकर इस तरह की धोखाधड़ी करते हैं।

यह गिरोह सांसदों और विधायकों पर नजर रखता है। मौका आने पर ठगी करता है। दोनों आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। रविंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। दूसरे आरोपी शाहिद की तलाश की जा रही है।

एक युवक से छीना था सिम
पूछताछ में पता चला कि रविंद्र जिस नंबर से कॉल करता था, वह हरीश के नाम पर है। हरीश नवाबगंज के गांव समूहा का रहने वाला है। पुलिस ने उससे पूछताछ की। हरीश ने बताया कि उसने यह सिम दिसंबर 2023 में खरीदा था। रविंद्र और शाहिद ने धमकाकर उससे सिम छीन लिया था।

पुलिस के मुताबिक इसी नंबर से पूर्व विधायक किशनलाल को कॉल की गई। जब रविंद्र को पूछताछ के लिए थाने बुलाया तो उसने सिम नष्ट कर दिया। ट्रू-कॉलर एप पर उक्त फोन नंबर गृह मंत्रालय नई दिल्ली के नाम से पाया गया। व्हाट्सएप पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की तस्वीर लगा रखी थी।

लखनऊ के एमएलए से ठगे थे एक करोड़ रुपये
इंस्पेक्टर क्राइम विनोद कुमार ने बताया कि फरार आरोपी शाहिद के खिलाफ पहले से चार मुकदमे दर्ज हैं। उसने लखनऊ के एक विधायक को टिकट दिलाने का झांसा देकर 12 करोड़ रुपये मांगे थे। एक करोड़ रुपये ले भी लिए थे। इसका मुकदमा हजरतगंज थाने में दर्ज है। आरोपी को वहां से जेल भी भेजा गया था। इन दिनों वह जमानत पर बाहर है।

दो दिन गांव में रही इंटेलिजेंस की टीम
पुलिस के मुताबिक आरोपी रविंद्र की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पिछले दो दिनों से समूहा गांव में छुपकर रह रही थी। आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। पहचान होने के बाद पुलिस ने उसे झांसा देकर बुलाया। इसके बाद गिरफ्तार कर लिया।

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