रैपिडो को वित्त वर्ष 2023 में 675 करोड़ रुपये का हुआ घाटा, राजस्व 3 गुना बढ़ा

रैपिडो को वित्त वर्ष 2023 में 675 करोड़ रुपये का हुआ घाटा, राजस्व 3 गुना बढ़ा

नई दिल्ली, 14 जनवरी (आईएएनएस)। बाइक-टैक्सी स्टार्टअप रैपिडो का घाटा पिछले वित्त वर्ष में लगभग 54 प्रतिशत बढ़कर 675 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 22 में 439 करोड़ रुपये था।

पिछले वित्तीय वर्ष में रैपिडो के बढ़ते घाटे के पीछे राइडर्स की लागत, आईटी और कर्मचारी लाभों में वृद्धि थी।

राइडर्स को दिए गए इंसेंटिव्स और चार्ज पेड का योगदान ओवरऑल एक्सपेंडिचर का 44 प्रतिशत था।

यह लागत वित्त वर्ष 2023 में 517 करोड़ रुपये थी, जो वित्त वर्ष 2022 में 214 करोड़ रुपये थी।

इस बीच, रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) के पास दाखिल वित्तीय विवरणों के अनुसार, परिचालन से स्टार्टअप का राजस्व वित्त वर्ष 2023 में 3 गुना बढ़कर 443 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2022 में 145 करोड़ रुपये था।

पिछले महीने, बाइक-टैक्सी स्टार्टअप ने रैपिडो कैब्स के साथ एक इंट्रा-सिटी, एसएएएस-बेस्ड मोबिलिटी सॉल्यूशन लॉन्च करने के साथ, कैब बिजनेस में प्रवेश की घोषणा की।

बाइक टैक्सियों में 60 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ, स्टार्टअप ने रैपिडो कैब्स के साथ फुटप्रिंट का विस्तार किया है, जिसमें 1 लाख वाहनों का शुरुआती बेड़ा पेश किया गया है।

रैपिडो के सह-संस्थापक पवन गुंटुपल्ली ने कहा, “यह सुनिश्चित करना है कि ड्राइवर्स को केवल मिनिमल सॉफ़्टवेयर यूजेस फीस देना पड़े, जो इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है।”

रैपिडो की स्थापना 2015 में हुई थी, अब इसके 100 से ज्यादा शहरों में है और इसके 25 मिलियन से ज्यादा ऐप डाउनलोड हैं।

ट्रैक्सन पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, रैपिडो ने कुल 324 मिलियन डॉलर जुटाए हैं।

पिछले साल अप्रैल में कंपनी ने ऑनलाइन फूड डिलीवरी सर्विस स्विगी के नेतृत्व में 180 मिलियन डॉलर जुटाए थे।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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