अयोध्या, 17 जनवरी (आईएएनएस)। 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा में एक बार फिर ‘राम ज्योति’ न केवल अयोध्या, बल्कि देश-दुनिया में प्रज्ज्वलित होगी। फिलवक्त श्रीरामलला व हनुमानगढ़ी का दर्शन करने आए श्रद्धालु यहां के कुम्हारों से दीप खरीदकर ले जा रहे हैं, 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा के उपरांत शाम को अपने घरों पर ‘राम ज्योति’ जलाकर दीपावली मनाएंगे।
पर्यटन विभाग भी स्थानीय कुम्हारों के बनाए गए मिट्टी के 10 लाख दीपों से रामनगरी को सजाने की तैयारी में जुट गया है। कुम्हार अशोक प्रजापति बताते हैं कि देहात के दर्शननगर, किशुनदासपुर, बैसिंग, कुसमाहा से मिट्टी मंगाई जा रही है, क्योंकि मौसम प्रतिकूल और समय कम है, लिहाजा फिलहाल छोटा दीपक बना रहे हैं। अपने घरों में दीप जलाने के लिए अयोध्या के लोग सीधे यहां भी आकर खरीदारी कर रहे हैं। फिलहाल चार से पांच ट्राली मिट्टी मंगाई है और उसी से अपने यहां दीपक बना रहे हैं। ऐसे और लोग भी काम में जुटे हैं।
राजेश प्रजापति कहते हैं कि सीएम योगी के कारण एक काम तो हुआ कि हम लोगों को भी बड़ा काम मिलने लगा और दाल-रोटी की ठीक व्यवस्था होने लगी। पहले दीपोत्सव में लंबा काम मिलता था, लेकिन, अब राम मंदिर उत्सव से हर साल ऐसा होगा, यह विश्वास है। रामनगरी का दर्शन करने आए श्रद्धालु यहां की मिट्टी के दीपक खरीद रहे हैं। यह टूटे न, इसके लिए ढंग से पैक भी करवा रहे हैं।
बिजनौर से आए वेदप्रकाश और नंदगांव के धीरज चौधरी ने कहा कि दीपावली श्रीराम के अयोध्या आगमन पर ही मनाई जाती है। अब तो श्रीराम अपने दिव्य-भव्य मंदिर में आ रहे हैं, इसलिए यह दीपावली सबसे बड़ी होगी। इसके लिए अयोध्या से 21 दीपक लेकर घर जा रहे हैं। वहां और दीपक खरीदकर पूरा घर सजाएंगे।
खजुआ कुंड, आशिकबाग के रमेश प्रजापति व राकेश प्रजापति ने बताया कि तेजी से मिट्टी के दीप बना रहे हैं। यहां भी लोग खरीदने पहुंच रहे हैं। 100 रुपये में 100 दीपक दिए जा रहे हैं। मौसम प्रतिकूल होने का असर तो है, लेकिन, घर के अधिक से अधिक सदस्य लगकर इसे तैयार कर रहे हैं।
विद्याकुंड के रामकिशोर कहते हैं कि मंदिर निर्माण के साथ ही हम लोगों का ध्यान भी योगी आदित्यनाथ ही रख सकते हैं। मां लक्ष्मी की कृपा से सात साल से हमारी दीपावली एकदम से बदल गई है। इसमें खुशियां ही खुशियां हैं तो यह सीएम योगी की देन है। कार्तिक के बाद इस महीने भी अब हर साल दीवाली होगी।
दीप बनाने वाले कुम्हारों के पास बाहर से आए पर्यटक-श्रद्धालु व स्थानीय संत दीप खरीदने पहुंच रहे हैं। राम की पैड़ी के निकट के मंदिर से पंडित कैशाल विद्या कुंड के पास दीप खरीदने पहुंचे। उन्होंने फिलहाल 500 दीपक खऱीदा। उन्होंने कहा कि राम जी आ रहे हैं। दीप तो जलाकर प्रभु का स्वागत करना ही है और इसीलिए दीप खरीदने आया हूं।
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी आरपी यादव ने कहा कि 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा के उपरांत रामनगरी को लगभग 10 लाख दीपों से सजाया जाएगा। राम की पैड़ी, अयोध्या के मठ-मंदिर, प्रमुख चौराहों व सार्वजनिक स्थलों पर दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। दीपोत्सव में भी स्थानीय कुम्हारों से दीप खरीदकर प्रज्ज्वलित कराते हैं और इस बार भी स्थानीय कुम्हारों से ही दीपक खरीदे जा रहे हैं।
–आईएएनएस
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