कानपुर में जूही राखी मंडी बस्ती में भीषण आग लगने के बाद चौतरफा बर्बादी की राख बिखरी नजर आई। झोपड़ियों में रहने वाले लोगों ने जब आग बुझने के बाद जब घटना स्थल का मंजर देखा तो सबकुछ बर्बाद देख कर उनकी आंखों से दर्द बह निकला। आग में किसी परिवार की उम्मीदें जलीं तो किसी की आस जलकर राख हो गईं। आग के बाद राख ठंडी पड़ने के बाद महिलाएं उसमें अपने गहने और अन्य सामान के अवशेष खोजती नजर आईं। वहीं, सिर से छत छिन जाने के कारण अब उनके सामने रात गुजारने की भी समस्या आ खड़ी है।
बर्बाद हो गई, कुछ नहीं बचा
पूजा ने बताया कि बामुश्किल गृहस्थी बनाई थी। होली के बाद सुबह उठ कर काम शुरू भी न कर पाए थे कि आग से सबकुछ जल जाने से बर्बाद हो गया।
बेटे की शादी के लिए जुटाए जेवर जल गए
जेवर के अवशेष लिए महिला मुलायम चीखते हुए घर से बाहर आईं। बोलीं बेटे अरुण की शादी के लिए जेवर बनवाए थे। जून में शादी है। 15 हजार रुपये तो जले ही साथ ही जेवर भी खाक हो गए।
परिवार वाले निकाल रहे जला सामान
विद्या देवी ने बताया कि परिवार वाले आग से बचा सामान निकाल रहे हैैं। खाने तक के लाले हैं। अगर सरकार से मदद मिले तो जीवन यापन हो सकेगा।
कारखाने में लगी मशीनें जल गईं
फैजान ने बताया कि जानवर बांधने वाली चेन बनाने का कारखाना है। आग से तमाम मशीनें जल गईं। नए सिरे से काम की शुरुआत करनी पड़ेगी।
तंग गलियों में हौज रील से पहुंचाया पानी
सीएफओ दीपक शर्मा भी मौके पर पहुंचे। दमकलकर्मियों ने पहले आग में फंसे लोगों को बाहर निकाला। तंग गलियों में अग्निशमन वाहनों के न पहुंच पाने के कारण हौज रील खींचकर अंदर तक ले गए। इसके बाद आग बुझाना शुरू किया। मौके पर डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम, गोविंदनगर, स्वरूपनगर और कर्नलगंज एसीपी भी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और भीड़ को हटाया गया।
दमकल कर्मियों के देर से पहुंचने पर जताया रोष
इलाके के लोगों ने बताया कि दमकल को सूचना देने के करीब डेढ़ घंटा बाद अग्निशमन कर्मी गाड़ियां लेकर पहुंचे। इस बीच आग ने मंडी के बड़े हिस्से को चपेट में ले लिया। झोपड़ियां, गोदाम जलकर राख हो गए। कई दुकानों में रखी नकदी भी जल गई। लोगों ने पुलिस और फायरब्रिगेड के सामने रोष जताया।
भीड़ हटाने के लिए करनी पड़ी मशक्कत
दमकल कर्मियों और पुलिस को सबसे ज्यादा परेशानी लोगों को मौके से हटाने के लिए करनी पड़ी। आग जल रही थी और लोग आग के बीच जाकर अपना सामान निकालने में जुटे थे। कोई जनहानि न हो, इसके लिए पुलिस और अग्निशमन कर्मियों ने लोगों को समझाकर घटना स्थल से दूर करने का प्रयास किया। कड़ी मशक्कत के बाद लोगों को दूर किया जा सका।
10 साल पहले भी राखी मंडी में लगी थी आग
वर्ष 2014 में लोकसभा के चुनाव थे। तब भी राखी मंडी में भीषण आग लगी थी। उस दौरान आग में जलकर दो लोगों की मौत हो गई थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि तब संसाधनों की कमी के कारण आग पर काबू पाने में अग्निशमन को तीन दिन लग गए थे। इस बार भी लोकसभा चुनाव के पहले ही बस्ती में आग लगने की घटना लोगों में चर्चा का विषय बनी रही। वहीं, शाम तक विधायक महेश त्रिवेदी, विधायक सलिल विश्नोई आदि भी लोगों को सांत्वना देने बस्ती पहुंचे।
सुबह कंट्रोल रूम पर आग की सूचना मिली थी। फौरन दमकल की 15 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया गया। कोई जनहानि नहीं हुई है। प्रथम दृष्टया शाॅर्ट सर्किट से आग लगना प्रतीत हो रहा है। नुकसान व आग लगने के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।