महेश्वर, 24 जनवरी (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश सरकार की शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में दो महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। राज्य कैबिनेट के फैसलों के बारे में उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि आज दो बहुत महत्वपूर्ण फैसले हुए हैं। एक महिला सशक्तिकरण के लिए जरूरी मिशन की शुरुआत हुई है और दूसरा 17 धार्मिक शहरों में शराबबंदी को पूरी तरह लागू किया गया है। आज की कैबिनेट में दो बेहद ही महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि इसके अलावा जिला अस्पतालों में आवश्यक पदों की भर्ती के लिए स्वीकृति दी गई है। इस प्रकार से कई निर्णय हुए हैं। उन्होंने कहा कि हम किसानों को जो सोलर पंप देने जा रहे हैं, उससे बिजली की बचत होगी। सिंचाई, सड़क के माध्यम से मध्यप्रदेश का आर्थिक विकास हो रहा है। शराबबंदी के मामले को लेकर मोहन यादव की सरकार पूर्ण रूप से संकल्पित है।
मध्यप्रदेश सरकार शराबबंदी की तरफ बढ़ रही है और इसी के तहत राज्य के 17 स्थानों पर शराबबंदी का फैसला लिया गया है। जिन स्थानों पर शराबबंदी की गई है, उनमें एक नगर निगम क्षेत्र, छह नगर पालिका, छह नगर परिषद और चार ग्राम पंचायत क्षेत्र शामिल हैं। इनमें प्रमुख रूप से नगर निगम क्षेत्र उज्जैन शामिल है। नगर पालिका क्षेत्र दतिया, पन्ना, मंडला, मंदसौर, मैहर, नगर परिषद क्षेत्र ओंकारेश्वर, महेश्वर ओरछा, चित्रकूट, अमरकंटक में भी शराबबंदी की गई है। जिन क्षेत्रों में शराबबंदी की गई है, उन क्षेत्रों की शराब दुकानों को दूसरे स्थान पर स्थानांतरित भी नहीं किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई जी के 300वें जयंती वर्ष पर उनकी स्मृति और सुशासन के प्रति उनके अद्वितीय योगदान को समर्पित महेश्वर में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में आयोजित मध्यप्रदेश मंत्री परिषद की बैठक में सहभागिता की।
दूसरे पोस्ट में उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों के साथ महेश्वर स्थित नर्मदा अहिल्या घाट पर मां नर्मदा जी का पूजन, अर्चन किया एवं महेश्वर किले में स्थित लोकमाता देवी अहिल्याबाई जी की प्रतिमा को नमन किया।
–आईएएनएस
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