पंजाब के वन मंत्री ने मुक्तसर साहिब में फहराया तिरंगा


मुक्तसर साहिब, 26 जनवरी (आईएएनएस)। पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब स्थित श्री गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम में रविवार को जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन हुआ। राज्य के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले और वन एवं वन्य जीव विभागों के मंत्री लाल चंद ने इस मौके पर झंडा फहराया।

झंडा फहराने के बाद मंत्री ने मार्च पास्ट की सलामी ली और परेड का निरीक्षण किया। अपने संबोधन में उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों की शहादत को याद करते हुए कहा कि आज हम स्वतंत्रता का आनंद इन शहीदों की वजह से ही ले पा रहे हैं।

उन्होंने पंजाब सरकार की विभिन्न उपलब्धियों का भी उल्लेख किया और बताया कि राज्य सरकार आम लोगों की भलाई के लिए लगातार काम कर रही है।

गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान स्कूली बच्चों ने पीटी शो और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। साथ ही, स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को सम्मानित भी किया गया।

पत्रकारों से बातचीत में मंत्री लाल चंद ने कहा कि पंजाब के विकास के लिए राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और हम ‘रंगला पंजाब’ बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

मंत्री ने कहा, “सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। हमारे देश का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ, जो बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा तैयार किया गया था। यह दिन हमारे लिए गर्व का अवसर है, क्योंकि इस दिन हमें स्वतंत्रता और समानता का अधिकार मिला था।

उन्होंने कहा कि इस दिन का महत्व हम सब के लिए बहुत बड़ा है। अगर हम पंजाब की बात करें, तो हाल ही में वहां की राजनीति और समाज में कई बदलाव हुए हैं। पिछले कुछ महीनों में पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने कई कदम उठाए हैं, जैसे कि 50 हजार सरकारी नौकरियों की घोषणा। लोग अब यह महसूस कर रहे हैं कि नौकरी पाना केवल नेताओं या उनके परिवार वालों का अधिकार नहीं है, बल्कि यह सबके लिए है। पंजाब में बिजली, पानी और अन्य सुविधाओं की स्थिति में भी सुधार की दिशा में काम हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कई योजनाओं की शुरुआत की है, ताकि आम जनता को राहत मिले।

उन्होंने कहा कि समाज के हर वर्ग के लिए काम करना और उनकी समस्याओं का समाधान निकालना ही हमारे लोकतंत्र का उद्देश्य है। आज के इस गणतंत्र दिवस पर हम सभी को यह याद रखना चाहिए कि हमें अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों का भी पालन करना है।

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे


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