प्रधानमंत्री मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों को किया साकार: कांता नलवाडे


मुंबई, 25 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लखनऊ में राष्ट्र प्रेरणा स्थल का लोकार्पण किया। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष कांता नलवाडे ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए अपने अनुभव साझा किए। उन्‍होंने कहा कि अटल का सपना भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाना था। ग्रामीण विकास कार्यक्रम और सड़क परियोजनाएं अटल की पहल थीं।

उन्‍होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों को पीएम मोदी ने साकार किया। पीएम मोदी के नेतृत्‍व में भारत विकसित राष्ट्र बनेगा।

कांता नलवाडे ने कहा, “अटल सबको समय देते थे। उन्होंने लगन से काम भी किया। अटल का सपना था कि भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएं। नदी जोड़ने की परियोजनाएं भी उनके विजन के तहत पूरी हुईं। विज्ञान के क्षेत्र में, उनका मानना ​​था कि भारत को प्रगति करनी चाहिए।

उन्‍होंने कहा कि प्रेरणा स्‍थल हर कार्यकर्ता के लिए है। यह इतिहास को जानने का स्थल है। पीएम मोदी जब किसी भी राज्‍य में प्रवास के लिए जाते हैं तो वहां का पूरा इतिहास निकालते हैं। वहां राजनीतिक नेता और सामाजिक कार्यकर्ता कौन थे? यह सब जानकारी हासिल करने के बाद वह अपने भाषण में इनका इस्‍तेमाल करते थे। यही काम अटल बिहारी वाजपेयी भी करते थे। ऐसे में प्रेरणा स्‍थल बनना ही चाहिए।

कांता नलवाडे ने कहा, “मुझे अटल के साथ काम करने का मौका मिला। वह 2000 में अखिल भारतीय भाजपा सचिव बनीं। उस समय अटल प्रधानमंत्री थे। तीन साल बाद, वह महिला मोर्चा की अध्यक्ष बनीं, और उन्होंने अटल के साथ मिलकर काम करना जारी रखा। उस समय, नरेंद्र मोदी हमारी पार्टी के संगठन महासचिव थे।

कांता नलवाडे ने कहा, “मैं 1973 से राजनीति में काम कर रही हूं और लगभग 1990 से केंद्रीय नेतृत्व से जुड़ी हुई हूं। जब भी मुंबई से कोई अध्यक्ष बनता था, तो उन्हें हमेशा केंद्रीय बैठकों में जाना पड़ता था, और तब से मैं अटल को देख रही हूं। जब 1980 में भारतीय जनता पार्टी बनी तो अटल किसी होटल में नहीं रुके। समता नगर में टेंट लगे हुए थे, वहीं पर सब लोग रुके थे। इतनी बड़ी हस्‍ती और उनका रहन-सहन बहुत साधारण था। हमारी उत्तराखंड के मसूरी में मीटिंग थी। हम ट्रेन से देहरादून तक गए, इस दौरान अटल बिहारी वाजपेयी, नरेंद्र मोदी और लालकृष्‍ण आडवानी समेत कई लोग थे। इस प्रवास के दौरान अटल सबके पास आकर बातें करते थे। उनको मराठी बहुत पसंद थी। मसूरी में जब मीटिंग खत्‍म हो गई तो उस समय सिकंदर बख्‍त वहां थे। भोजन करने के बाद एक साथ करीब 15 लोग बैठे थे। इसी बीच अटल बोले कि हमसब एक-एक अनुभव साझा करते हैं कि आपने कैसे शुरू किया जनसंघ या भारतीय जनता पार्टी। इस दौरान मैंने कहा कि मेरे पति जनसंघ से जुड़े थे। इसके बाद मैं भी जनसंघ से जुड़ गई।”

कांता ने कहा कि मुझे सिकंदर बख्‍त का जवाब बहुत अच्‍छा लगा। अटल ने सिकंदर बख्‍त से पूछा कि आप तो कांग्रेस में थे। इस पर सिकंदर बख्‍त ने कहा कि जनसंघ के समय दिल्‍ली कारपोरेशन के चुनाव थे और मैं ऑल इंडिया कांग्रेस का जनरल सेक्रेटरी था। शाम को वोटिंग खत्‍म होने के बाद घर आया और आते ही माता जी से पूछा कि आपने मतदान किया क्‍या? माताजी ने हां में जवाब दिया और बख्‍त अपने कमरे की तरफ जाने लगे। इसके बाद माताजी ने कहा कि पूछा नहीं कि मैंने किसको वोट किया है। सिकंदर ने कहा कि इसमें पूछने जैसा क्‍या है। आपने कांग्रेस को ही वोट किया होगा। उन्‍होंने न में जवाब दिया और बताया कि सुबह से चार बजे तक चार लड़के बार-बार घर आते थे और बोलते थे कि माताजी आप हमारे साथ वोटिंग करने के लिए चलिए। दो-तीन बार मैंने टाल दिया, लेकिन अंत में उनके साथ चली गई। उन्‍होंने जो बैच लगाया था, उस पर दीपक का निशान था। मैं दीपक पर मुहर लगाकर आई हूं। उन्‍होंने सिकंदर बख्‍त को बताया कि ऐसी पार्टी के लिए काम किया करो। इसके बाद इमरजेंसी के दौरान वह भारतीय जनता पार्टी में जुड़ गए।

कांता ने कहा कि पीएम मोदी का विजन मॉडल अटल का दिया हुआ मार्गदर्शन है। अटल के जो सपने बाकी थे, वे पीएम मोदी पूरे कर रहे हैं। दोनों के व्‍यक्तित्‍व में बहुत अंतर है। अटल बिहारी वाजपेयी बहुत भावुक थे। सभी के साथ उनका व्‍यवहार अच्‍छा था। विपक्ष भी उनसे प्‍यार करते थे।

नरेंद्र मोदी एक मिनट भी नष्‍ट नहीं करना चाहते हैं। ‘टाइम इज मनी,’ ऐसा पीएम मोदी का सोचना है। वह खुद के समय की बचत करते हैं और उस समय को देश के लिए लगाते हैं। जहां अटल को नॉन-वेज पसंद था, वहीं पीएम मोदी इससे परहेज करते हैं। नरेंद्र मोदी को विश्‍व गुरु माना जाता है, और वह भी ऐसे हैं।

कांता ने पुराने किस्‍से को याद करते हुए बताया कि अटल को भोजन बनाना बहुत पसंद था। वह खाने में खिचड़ी पसंद करते थे। उनको मराठी भाषा के बारे में कविताओं पर बोलना बहुत अच्‍छा लगता था।

कांता ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि बहुत सारी महिलाएं कहती हैं कि वह जब तक हैं प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे। आज के दौर में युवा हमारे साथ ज्‍यादा संख्‍या में जुड़े हैं। युवाओं को पीएम मोदी से प्रेरणा मिलती है। पीएम मोदी के अनुरूप ही पार्टी कार्यकर्ता काम कर रहे हैं। वे प्रेस वार्ता करके समय गंवाना नहीं चाहते। उनके काम से ही लोगों को जवाब मिल जाता है। पीएम मोदी के नेतृत्‍व में भारत विकसित बनेगा।

–आईएएनएस

एएसएच/डीकेपी


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