प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने बदली सब्जी विक्रेता की किस्मत, तुमकुर के श्रीनिवास ने सुनाई अपनी कहानी


तुमकुर, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्र सरकार गरीबों की हालत सुधारने और युवाओं को रोजगार देने के लिए कई सारी योजनाएं चला रही है। इन्हीं में एक प्रधानमंत्री मुद्रा योजना है। कर्नाटक के तुमकुर जिले में केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के लाभार्थी आत्मनिर्भर जीवन जी रहे हैं। इस योजना के माध्यम से उन्हें न सिर्फ वित्तीय सहायता मिली है, बल्कि उनका जीवन स्तर भी बेहतर हुआ है।

इसी योजना के एक लाभार्थी श्रीनिवास ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत की और अपनी सफलता की कहानी बयां की। उन्होंने बताया कि शुरुआत में उन्होंने मुद्रा योजना के तहत 10,000 रुपए का ऋण लिया था। इस राशि से उन्होंने अपने सब्जी के व्यवसाय को आगे बढ़ाया और नियमित मासिक किश्तों में यह ऋण चुका दिया।

ऋण चुकाने के बाद उन्हें 20,000 रुपए का दूसरा ऋण भी मंजूर हुआ, जिससे उन्हें और अधिक तरक्की करने का अवसर मिला। श्रीनिवास ने बताया, “इस ऋण से मैंने अपनी दुकान का विस्तार किया और परिवार की आर्थिक स्थिति भी सुधर गई।” तीसरे चरण में उन्होंने 50,000 रुपए का ऋण प्राप्त किया, जिससे उनका व्यवसाय और मजबूत हो गया।

श्रीनिवास ने बताया कि मुद्रा योजना से पहले उन्हें स्थानीय साहूकारों से ऊंचे ब्याज दरों पर पैसे उधार लेने पड़ते थे। इससे उनकी आर्थिक स्थिति पर और बोझ बढ़ता था, लेकिन सरकार की इस योजना ने उन्हें नई दिशा दी। उन्होंने कहा, “अब मेरी जिंदगी पहले से कहीं बेहतर हो गई है।”

उन्होंने यह भी बताया कि योजना के तहत पहली बार फंड मिलने से पहले नगरपालिकाओं के अधिकारियों ने दस्तावेजों की जांच की थी। शुरुआत में इसे मुद्रा योजना कहा जाता था, लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर ‘स्वनिधि योजना’ रख दिया गया।

सरकारी निर्देशों के तहत श्रीनिवास ने अपनी सब्जी की दुकान के सामने योजना से संबंधित एक बोर्ड भी लगाया है। उन्होंने इसे एक सकारात्मक पहल बताया और कहा कि इससे ग्राहक भी योजना के बारे में जानकारी प्राप्त कर पाते हैं।

तुमकुर जिले में श्रीनिवास जैसे कई छोटे व्यापारी इस योजना से लाभान्वित हुए हैं और अब आत्मनिर्भर बन चुके हैं। केंद्र सरकार की यह पहल छोटे व्यापारियों और स्ट्रीट वेंडर्स के लिए एक मील का पत्थर साबित हो रही है।

–आईएएनएस

डीएससी/सीबीटी


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