भूटान दौरे पर जाएंगे पीएम मोदी, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक मायने में बेहद खास दौरा

थिम्पू, 10 नवंबर (आईएएनएस)। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर भूटान पहुंचने वाले हैं। उनका दौरा 11 से 12 नवंबर तक होगा।
उनका दौरा, भारत-भूटान के बीच बौद्ध धर्म की साझा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत की चर्चा का विषय होगा। पीएम मोदी थिम्पू के ताशिछोद्जोंग में गौतम बुद्ध के पवित्र अवशेषों की पूजा करेंगे। इसके अलावा, वह भूटान की शाही सरकार द्वारा आयोजित वैश्विक शांति प्रार्थना महोत्सव में भी शामिल होंगे।
भारत और भूटान बौद्ध धर्म की वजह से एक बेहद खास तरीके से जुड़े हुए हैं। यह भारत और भूटान के बीच एक साझा विरासत है। भूटान से कई श्रद्धालु और तीर्थयात्री भारत में बोधगया, राजगीर, नालंदा, सिक्किम, उदयगिरि, सारनाथ और अन्य बौद्ध स्थलों की यात्रा करने के लिए आते हैं।
भारत और भूटान के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ समारोह के मौके पर जे खेंपो ने राजगीर में एक भूटानी मंदिर के निर्माण के लिए भूमिपूजन समारोह की अध्यक्षता की।
इस मंदिर की औपचारिक प्राण-प्रतिष्ठा इसी वर्ष सितंबर में की गई थी। भूटान के सिम्टोखा द्जोंग में प्रदर्शित झाबद्रुंग की प्रतिमा, एशियाटिक सोसाइटी, कोलकाता द्वारा उधार दी गई है।
खास बात है कि पीएम मोदी जब 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बने थे, तो कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने अपनी पहली विदेश यात्रा पर भूटान का दौरा किया था। इसके बाद फिर अगस्त 2019 में, जब वह दूसरी बार पीएम बने, तो पदभार संभालने के बाद भूटान की राजकीय यात्रा की।
इसके बाद पीएम मोदी ने मार्च 2024 में भूटान की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा की। इस दौरान उन्हें थिम्पू के टेंड्रेलथांग में भूटान के राजा ने भूटान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ से सम्मानित किया था। पीएम मोदी यह प्रतिष्ठित पुरस्कार पाने वाले पहले विदेशी नेता थे।
भूटान में पवित्र अवशेष की प्रदर्शनी को लेकर भारत सरकार ने कहा कि भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों की सार्वजनिक प्रदर्शनी 8 से 18 नवंबर तक की जाएगी।
–आईएएनएस
केके/एबीएम