नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गुजरात के केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी और एकता दिवस समारोह में भाग लिया।
सरदार पटेल को श्रद्धांजलि देते हुए, पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि राष्ट्र की एकता और संप्रभुता की रक्षा करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
पीएम मोदी ने कहा, “भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जयंती पर मेरा नमन। राष्ट्र की एकता और संप्रभुता की रक्षा करना उनके जीवन की सर्वोच्च प्राथमिकता थी। उनका व्यक्तित्व और कार्य देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा।”
केवड़िया मैदान में प्रधानमंत्री ने सशस्त्र बलों के जवानों की परेड का निरीक्षण किया और राज्य पुलिस बलों के प्रदर्शनों को देखा। इसमें गुजरात पुलिस की 300 महिला पुलिसकर्मियों द्वारा नृत्य प्रदर्शन भी शामिल था।
उन्होंने समारोह में उपस्थित सभी सैन्यकर्मियों और अन्य लोगों को एकता दिवस की शपथ दिलाई। इसके बाद उन्होंने एकता दिवस परेड देखी।
परेड में नौ राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की पुलिस, चार केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, राष्ट्रीय कैडेट कोर और एक मार्चिंग बैंड की 16 मार्चिंग टुकड़ियां शामिल थीं।
विशेष आकर्षणों में एनएसजी की ‘हेल मार्च टुकड़ी’, बीएसएफ और सीआरपीएफ की महिला और पुरुष बाइकर्स द्वारा एक साहसी शो और बीएसएफ द्वारा भारतीय मार्शल आर्ट के संयोजन पर एक शो शामिल था।
स्कूली बच्चों द्वारा एक पाइप बैंड शो भी प्रस्तुत किया गया।
समारोह का मुख्य आकर्षण भारतीय वायु सेना द्वारा ‘सूर्य किरण’ फ्लाईपास्ट था।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय एकता दिवस प्रत्येक वर्ष 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। 1875 में गुजरात के नाडियाड में जन्मे सरदार पटेल ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम और राष्ट्र को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया। अपने असाधारण नेतृत्व और राष्ट्रीय एकीकरण के प्रति अडिग प्रतिबद्धता के लिए प्रसिद्ध, उन्हें ‘भारत के लौह पुरुष’ और सरदार पटेल के रूप में याद किया जाता है। एकता दिवस या राष्ट्रीय एकता दिवस रियासतों को एक राष्ट्र में एकीकृत करने के उनके प्रयासों की याद दिलाता है।
पीएम मोदी दिवाली का त्यौहार अपने गृह राज्य में मनाएंगे, जहां वे दो दिवसीय यात्रा पर हैं।
–आईएएनएस
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