भारत-यूके के बीच व्यापार समझौते पर तेजी से आगे बढ़ रही बातचीत, पीयूष गोयल ने सस्टेनेबिलिटी इनिशिएटिव्स की सराहना की

नई दिल्ली, 4 मई (आईएएनएस)। भारत-यूके के बीच व्यापार समझौते के लिए लंदन दौरे पर गए केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इंटरनेशनल सेंटर फॉर सस्टेनेबिलिटी का दौरा किया और भारत के सस्टेनेबिलिटी इनिशिएटिव्स को प्रमोट करने के प्रयासों की सराहना की।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर गोयल ने सेंटर के संस्थापक ट्रस्टी सचिन नंदा से मुलाकात के बाद अपनी प्रशंसा व्यक्त की।
केंद्रीय मंत्री ने भारत के पर्यावरण संबंधी प्रयासों के बारे में वैश्विक समझ बढ़ाने और भारत एवं ब्रिटेन के बीच सहयोग को मजबूत बनाने के लिए सेंटर के कार्यों के बारे में जाना और खुशी जताई।
गोयल ने एक्स पर लिखा, “भारत के सस्टेनेबिलिटी इनिशिएटिव्स के बारे में समझ बढ़ाने और भारत-ब्रिटेन संबंधों को मजबूत करने के लिए सेंटर द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में संस्थापक ट्रस्टी सचिन नंदा से सुनकर बहुत खुशी हुई।”
यह यात्रा मंत्री की यूके में व्यापक गतिविधियों का हिस्सा है,जहां वे आर्थिक और कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के पक्षकारों से मिल रहे हैं।
इससे पहले, गोयल ने यूके में स्थित भारतीय संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और सांस्कृतिक एवं आर्थिक सहयोग में उनके योगदान की सराहना की।
गोयल ने कहा, “यूके में स्थित विभिन्न भारतीय संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। भारत-यूके साझेदारी की बढ़ती ताकत पर प्रकाश डाला, जिसमें दोनों देश विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।”
केंद्रीय मंत्री एक्स पर लिखा कि यूके में स्थित विभिन्न भारतीय संगठन दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने इंडिया ग्लोबल फोरम के साथ भी बातचीत की और भारत-यूके साझेदारी को बढ़ावा देने में इसकी भूमिका की सराहना की और इसके निरंतर प्रयासों को प्रोत्साहित किया।
मंत्री की यात्रा ऐसे महत्वपूर्ण समय पर हुई है जब भारत और यूके मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर चर्चा को आगे बढ़ा रहे हैं।
हाल ही में, मंत्री गोयल ने बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए यूके के बिजनेस एंड ट्रेड सेक्रेटरी जोनाथन रेनॉल्ड्स से मुलाकात की। दोनों पक्षों ने सौदे को अंतिम रूप देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है, जिससे व्यापार, निवेश और इनोवेशन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
–आईएएनएस
एबीएस/